वोस्ट्रो खाता (Vostro Account) क्या होता है हिंदी में जानें

Vostro Account

 भारतीय रुपए में व्यापार करने के लाभ

कम होगा भारतीय व्यापार में जोखिम

रुपए में लेन-देन से भारतीय व्यापार के लिए जोखिम कम होगा। कच्चे तेल सहित आयात किए जाने वाले ज्यादातर सामान का भुगतान रुपए के माध्यम से किया जाएगा, जिससे प्रति वर्ष अरबों डॉलर की बचत होगी।


मुद्रा की अस्थिरता से सुरक्षा मिलेगी जिससे कारोबार की लागत में कमी आएगी और व्यापार का बेहतर तरीके से विकास सम्भव हो सकेगा।


इससे भारतीय व्यापार में वैश्विक स्तर पर सुधार हो सकता है। डॉलर सहित विदेशी मुद्रा भण्डार कम रखने की जरूरत होगी। विदेशी मुद्रा विशेषकर डॉलर पर निर्भरता घटने से भारत पर बाहरी प्रभावों का कम असर होगा।


कम होगी डॉलर पर निर्भरता

रुपए में कारोबार होने से अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम होगी। वर्तमान में भारत डॉलर की जरूरत को पूरा करने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में रुपए बेचता है। इसमें समय भी लगता है।


विगत कुछ महीनों में डॉलर की मजबूती होने से विश्व के कई देशों में आयात महँगा हो गया। ऐसी स्थिति में भारतीय रुपया डॉलर के विकल्प के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।


कन्वर्जन फीस बचाने में मिलेगी मदद रुपए में व्यापार बढ़ने के साथ ही RBI को भारतीय मुद्रा के लिए खरीददार तलाशने की जरूरत नहीं होगी। इससे भारतीय रुपए की माँग में वृद्धि होगी।

Vostro Account

इण्टरनेशनल बैंकों को कन्वर्जन फीस नहीं भेजने से जो राशि जमा होगी, वह देश के अन्दर अन्य कार्यों में काम आ जाएगी।


भारत का रुपी (Rupee) ट्रेड सेटलमेण्ट सिस्टम अन्तर्राष्ट्रीय लेन-देन के लिए डॉलर और दूसरी बड़ी मुद्राओं की जगह रुपए का इस्तेमाल करने का एक तरीका है। वस्तुओं और सेवाओं के आयात-निर्यात के लिए देशों को विदेशी मुद्रा में भुगतान करना पड़ता है। अमेरिकी डॉलर विश्व में हर जगह मान्यता प्राप्त मुद्रा है, इसलिए ज्यादातर लेन-देन डॉलर में ही किए जाते हैं।


डॉलर की कमी से रुपए को फायदा

भारत के साथ रुपए में व्यापार करने में दिलचस्पी दिखाने वाले ज्यादातर देश विदेशी मुद्रा भण्डार में डॉलर की कमी का सामना कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में भारतीय रुपए को विकल्प के रूप में बढ़ावा दिया जा सकता है। मॉरीशस और श्रीलंका के लिए विशेष वोस्ट्रो खातों को RBI ने मंजूरी प्रदान की है। इसके साथ ही ताजिकिस्तान, क्यूबा, लक्जमबर्ग, सूडान, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार आदि देशों ने रुपए में ट्रेड सेटलमेण्ट करने के लिए अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है।


रुपए के मूल्य ह्रास को नियन्त्रित करना भारत मूलतः एक आयातक देश है तथा भारतीय रुपए का मूल्य भी घट रहा है। ऐसी स्थिति में अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार हेतु लेन-देन के लिए रुपए का उपयोग करने से भारत से बाहर जाने वाले डॉलर के प्रवाह को रोकने में मदद मिलेगी।


इससे मुद्रा के मूल्य ह्रास को कम किया जा सकेगा हालाँकि यह बहुत सीमित सीमा तक सम्भव हो सकेगा। इसके अलावा भारत के विदेशी मुद्रा भण्डार पर दबाव कम होगा।


वस्तुओं व सेवाओं का बेहतर मूल्य निर्धारण भारतीय रुपए में व्यापार करने से बिलिंग क्षमता के साथ भारतीय व्यापारी अपनी वस्तुओं एवं सेवाओं के लिए बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकते हैं।


इसके अलावा इस तन्त्र से मुद्रा रूपान्तरण प्रसार को कम करके व्यापार में दोनों पक्षों को बेहतर लाभ हो सकता है। इस प्रकार यह एक लाभकारी पहल है।


रुपए की वैश्विक स्वीकृति

रुपए में बढ़ती स्वीकार्यता, अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार निपटान धीरे-धीरे वैश्विक स्तर पर रुपए में वृद्धि करेगा। इससे अन्ततः एशियाई बुनियादी ढाँचा निवेश बैंक जैसे फण्ड बैंकों से लिए गए ऋणों को चुकाने की क्षमता में वृद्धि कर सकेगा।


17 बैंक ब्रॉन्च में खुले वोस्ट्रो खाते

रुपए में व्यापार को आसान बनाने के लिए 17 भारतीय बैंक शाखाओं में रुपए में विदेशी व्यापार की सुविधा के लिए विदेशों में भागीदार व्यापारिक बैंकों के साथ विशेष वोस्ट्रो खाते खोले गए हैं।


भारतीय बैंकों में प्रमुख 12 बैंक क्रमश: भारतीय

स्टेट बैंक, केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इण्डिया, यूको बैंक, HDFC बैंक, इण्डसइण्ड बैंक, यस बैंक और IDBI बैंक आदि शामिल हैं।


इसके बाद अगर कोई भारतीय खरीददार किसी विदेशी व्यापारी के साथ रुपए में लेन-देन करना चाहता है, तो सारी राशि वोस्ट्रो खाते में जमा की जाएगी। जब भारतीय निर्यातक को सप्लाई किए गए सामान के लिए भुगतान करने की जरूरत होगी तोवोस्ट्रो खाते से कटौती की जाएगी और राशि निर्यातक के खाते में जमा की जाएगी।


क्या है वोस्ट्रो खाता?

वोस्ट्रो खाता (Vostro account) एक ऐसा खाता है, जिसमें घरेलू बैंक विदेशी बैंकों के लिए घरेलू मुद्रा रखते हैं। इसमें भारतीय रुपए को देखा जा सकता है। घरेलू बैंक इसका उपयोग अपने उन ग्राहकों को अन्तर्राष्ट्रीय बैंकिंग सेवाएँ प्रदान करने हेतु करते हैं जिनको वैश्विक बैंकिंग की जरूरत होती है।


यह वोस्ट्रो खाता रखने वाला विदेशी बैंक के धन के संरक्षक के रूप में कार्य करता है और मुद्रा रूपान्तरण, भुगतान प्रसंस्करण एवं खाता मिलान जैसी विभिन्न सेवाएँ प्रदान करता है। 


कैसे खुलता है वोस्ट्रो खाता? 


विदेश का कोई बैंक स्पेशल वोस्ट्रो खाता खोलने के लिए भारत में AD बैंक से सम्पर्क कर सकता है। भारतीय AD बैंक, RBI से इसके लिए मंजूरी प्राप्त करता है। RBI से मंजूरी मिलने के बाद भारतीय AD बैंक में विशेष रुपया वोस्ट्रो खाता शुरू कर दिया जाता है।


दोनो पक्षों के बीच रुपए में व्यापार शुरू होने के साथ ही करेन्सी का एक्सचेंज रेट, मार्केट रेट पर तय कर लिया जाता है। इसके बाद दोनों पक्ष आपसी सहमति से रुपए में कारोबार शुरू कर सकते हैं।


रुपए में व्यापार की चुनौतियाँ 

भारतीय रुपए की अस्थिरता

भारतीय रुपया अस्थिर एवं विदेशी मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव वाला माना जाता है। अतः इसे कुछ अन्तर्राष्ट्रीय व्यापारियों व देशों के लिए निपटान मुद्रा के रूप में कम प्रयोग किया जा सकता है या कम रुचि दिखा सकते हैं।


Post a Comment

0 Comments