मोतीलाल नेहरू के पुत्र जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर, 1889 को इलाहाबाद में हुआ। जवाहरलाल को राजनीति से दूर रखने की दृष्टि से मोतीलाल ने उन्हें उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड भेज दिया। किंतु शीघ्र ही उन्होंने यह अनुभव किया कि वे अपने पुत्र को राजनीति और उसकी सामान्य अभिरुचि-देश की नियति से दूर नहीं रख सकते। वर्ष 1912 में जवाहरलाल नेहरू वापस लौटे और दिसंबर 1912 में प्रथम बार बांकीपुर में आयोजित राष्ट्रीय कांग्रेस के सत्र में उपस्थित हुए।
आधुनिक सोच वाले जवाहरलाल कांग्रेस की राजनीति में एक जागरूक नेता रहे। स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू प्रथम बार 1929-1930 में कांग्रेस के अध्यक्ष बने और उसके पश्चात् अनेक बार अध्यक्ष चुने गए। उनका 27 मई, 1964 को निधन हो गया।
अनेक प्रतियोगी परीक्षाओं में महान व्यक्तियों के Quotes संबंधी प्रश्न अक्सर पूछे जाते रहे है। इसी को ध्यान में रखकर यहाँ पंडित जवाहरलाल नेहरु के प्रेरक Quotes में से चुनिंदा Quotes का संकलन नीचे दिया गया है।
– अज्ञानता बदलाव से हमेशा डरती है।
– असफलता तभी आती है जब हम अपने आदर्श, उद्देश्य, और सिद्धांत भूल जाते हैं।
– आप तस्वीर के चेहरे दीवार की तरफ मोड़ के इतिहास का रुख नहीं बदल सकते।
– आपतियां हमें आत्म-ज्ञान कराती हैं, ये हमें दिखा देती हैं कि हम किस मिट्टी के बने हैं|
– एक सिद्धांत को वास्तविकता के साथ संतुलित किया जाना चाहिए।
– कार्य के प्रभावी होने के लिए उसे स्पष्ठ लक्ष्य की तरफ निर्देशित किया जाना चाहिए।
– चुनाव जनता को राजनीतिक शिक्षा देने का विश्वविधालय है|
– जब तक मैं स्वयं में आश्वस्त हूँ की किया गया काम सही काम है तब तक मुझे संतुष्टि रहती है।
– जीवन विकास का सिद्धान्त है, स्थिर रहने का नहीं।
– जो पुस्तकें हमें सोचने के लिए विवश करती हैं, वे हमारी सबसे अधिक सहायक हैं।
– तथ्य तथ्य हैं और आपके नापसंद करने से गायब नहीं हो जायेंगे।
– दुसरों के अनुभवों से लाभ उठाने वाला बुद्धिमान होता है।
– नागरिकता देश की सेवा में निहित है।
– पूर्ण रूप से आन्दोलनकारी रवैया किसी विषय के गहन विचार के लिए ठीक नहीं है।
– जो व्यक्ति जो सबकुछ पा चुका है वह हर एक चीज शांति और व्यवस्था के पक्ष में चाहता है।
– बहुत अधिक सतर्क रहने की नीति सभी खतरों में सबसे बड़ा है।
– बिना शांति के, और सभी सपने खो जाते हैं और राख में मिल जाते हैं।
– महान कार्य और छोटे लोग साथ नहीं चल सकते।
– मैं पूर्व और पश्चिम का अनूठा मिश्रण बन गया हूँ, हर जगह बेमेल सा, घर पर कहें का नही।
– लोकतंत्र अच्छा है। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूँ क्योंकि बाकी व्यवस्थाएं और बुरी हैं।
– जो व्यक्ति भाग जाता है वह शांत बैठे व्यक्ति की तुलना में अधिक खतरे में पड़ जाता है।
– लोकतंत्र और समाजवाद लक्ष्य पाने के साधन है, स्वयम में लक्ष्य नहीं।
– लोगों की कला उनके दिमाग का सही दर्पण है।
– शायद जीवन में भय से बुरा और खतरनाक कुछ भी नहीं है।
– संकट के समय हर छोटी चीज मायने रखती है।
– संस्कृति मन और आत्मा का विस्तार है।
– सह- अस्तित्व का केवल एक विकल्प है सह- विनाश।
– सुझाव देना और बाद में हमने जो कहा उसके नतीजे से बचने की कोशिश करना बेहद आसान है
– हमारे अन्दर सबसे बड़ी कमी यह है कि हम चीजों के बारे में बात ज्यादा करते हैं और काम कम।
– हमें थोडा विनम्र रहना चाहिए, हम ये सोचें कि शायद सत्य पूर्ण रूप से हमारे साथ ना हो।