2020 में सुंदर पिचाई की सैलरी हुई 1718 करोड़ रुपए

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  • सुंदर पिचाई की बेसिक सैलरी 200% बढ़कर 14.2 करोड़ रुपए हुई, 2018 में 4.6 करोड़ थी
  • अल्फाबेट का सीईओ बनने पर पिचाई को सालाना 24.2 करोड़ डॉलर (1718 करोड़ रुपए) का पैकेज मिलेगा
  • भारतीय मूल के पिचाई 2015 में गूगल के सीईओ और ​4 दिसंबर 2019 को अल्फाबेट के भी सीईओ बनाए गए



सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) की सैलरी आज हर कोई जानना चाहता है। जो आज दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन कंपनी और एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम डेवलप करने वाली कंपनी Google के CEO के अलावा अल्फाबेट (Alphabet) के भी CEO 4 दिसंबर को बनाये गये है। अल्फाबेट गूगल की पैरेंट कंपनी है। अल्फाबेट के द्वारा 21 दिसंबर 2019 को दी गई जानकारी के अनुसार 47 वर्षीय सुंदर पिचाई को 1 जनवरी 2020 से सालाना 24.2 करोड़ डॉलर (1718 करोड़ रुपए) का पैकेज मिलेगा। इसमें सालाना 20 लाख डॉलर (14.2 करोड़ रुपए) बेसिक सैलरी और 24 करोड़ डॉलर (1704 करोड़ रुपए) के शेयर शामिल हैं। हालांकि, 24 करोड़ डॉलर में से 12 करोड़ डॉलर का स्टॉक अवॉर्ड तिमाही किश्तों में मिलेगा। बाकी सालाना परफॉर्मेंस बेस्ड होगा, यानी पिचाई सभी टार्गेट पूरे करते हैं तो तीन साल में शेयर मिलेंगे।

2018 में पिचाई को कुल 19 लाख डॉलर (135 करोड़ रुपए) के वेतन-भत्ते मिले थे। इसमें 6.5 लाख डॉलर (4.6 करोड़ रुपए) बेसिक सैलरी थी। पिचाई ने पिछले साल स्टॉक अवॉर्ड लेने से मना कर दिया था, उन्होंने कहा था कि सैलरी ही काफी है। 1704 करोड़ रुपए का स्टॉक अवॉर्ड गूगल और अल्फाबेट के किसी अधिकारी को मिलने वाला अब तक का सबसे ज्यादा है।

Top CEO Salary


पिचाई का गूगल में सफ़र 2004 से शुरू हुआ था। जहाँ उन्होंने गूगल के उत्पाद जैसे गूगल क्रोम, क्रोम ओएस पर कार्य किया, बाद में वह गूगल ड्राइव, जीमेल और गूगल मानचित्र के भी अहम हिस्सा बन गए थे। इसके बाद 13 मार्च 2013 को गूगल की प्रसिद्ध परियोजना एंड्राइड से भी जुड़े। जिसका नेतृत्व पहले एंडी रूबिन करते थे।



सुंदर पिचाई का वास्तविक नाम पिचाई सुंदर राजन है। इनका जन्म 12 जुलाई 1972 को मदुरै, तमिलनाडु में एक तमिल परिवार में लक्ष्मी व रघुनाथ पिचाई के घर हुआ था। पिचाई की प्रारंभिक शिक्षा जवाहर विद्यालय, अशोक नगर, चेन्नई से हुई। दसवीं कक्षा तक पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने बारहवीं कक्षा के लिए आईआईटी चेन्नई में स्थित वना वाणी विद्यालय से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। पिचाई के पिता रघुनाथ पिचाई ब्रिटिश कंपनी ‘जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी’ में वरिष्ठ इलेक्ट्रिकल इंजिनियर के रूप में कार्यरत थे और कंपनी के इलेक्ट्रिकल पुर्जे बनाने वाली एक इकाई का प्रबंधन देखते थे। सुंदर का बचपन मद्रास के अशोक नगर में बीता। सुंदर पिचाई ने आई.आई.टी. खड़गपुर की एक कॉलेज साथी अंजलि के साथ विवाह किया जिससे उनके दो बच्चे हैं।

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