संस्कृत के व्याकरण ग्रन्थ और उनके रचयिता

संस्कृत के व्याकरण ग्रन्थ और उनके रचयिता की महत्वपूर्ण सूची यहां दी गई है। जो आपके लिए टीजीटी, पीजीटी, यूजीसी, टेट, एमएड और बीएड जैसी सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए काफी लाभकारी होगी।

1. अष्टाध्यायी : पाणिनि
2. उद्योत : नागेश भट्ट (पतंजलिकृत महाभाष्य पर टीकाग्रंथ)
3. कच्चान व्याकरण : कच्चान (पालि का प्राचीनतम उपलब्ध व्याकरण)
4. काशिकाविवरणपंजिका (या, न्यास) : जिनेंद्रबुद्धि (लगभग 650 ई., काशिकावृत्ति की टीका)
5. काशिकावृत्ति : जयादित्य तथा वामन (छठी शती)
6. गदा : परिभाषेंदुशेखर की टीका
7. चांद्रव्याकरण : चंद्रगोमिन्‌
8. तत्वबोधिनी : ज्ञानेन्द्र सरस्वती (सिद्धांतकौमुदी की टीका)
9. त्रिपादी (या, महाभाष्यदीपिका) : भर्तृहरि (महाभाष्य की टीका)
10. पदमंजरी : हरदत्त (ई. 1200, काशिकावृत्ति की टीका)
11. परिभाषाप्रकाश : विष्णुशेष
12. परिभाषावृत्ति : पुरुषोत्तमदेव
13. परिभाषावृत्ति : सीरदेव
14. परिभाषेन्दुशेखर : नागेश भट्ट (इस यशस्वी ग्रंथ पर अनेक टीकाएँ उपलब्ध हैं।)
15. परिमल : अमरचन्द
16. प्रक्रियाकौमुदी : रामचंद्र (ई. 1400)
17. प्रक्रियाप्रकाश : शेषकृष्ण
18. प्रक्रियासर्वस्व : नारायण भट्ट (सोलहवीं शताब्दी)
19. प्रदीप : कैयट
20. प्रसाद : विट्ठल
21. प्रौढमनोरमा : भट्टोजि दीक्षित (स्वरचित सिद्धान्तकौमुदी की टीका)
22. बालमनोरोरमा : वासुदेव दीक्षित (सिद्धान्तकौमुदी की टीका)
23. बृहच्छब्देन्दुशेखर : नागेश भट्ट (सिद्धान्तकौमुदी की व्याख्या)
24. भट्टिकाव्य (या, रावणवध) : भट्टि (सातवीं शती)
25. भागवृत्ति : (अनुपलब्ध, काशिका की पद्धति पर लिखित)


26. भावार्थदीपिका : परिभाषेंदुशेखर की टीका
27. भाषावृत्ति : पुरुषोत्तमदेव (ग्यारहवीं शताब्दी)
28. भैरवी : परिभाषेंदुशेखर की टीका
29. मध्यसिद्धान्तकौमुदी : वरदराज
30. मनोरमाकुचमर्दन : जगन्नाथ पण्डितराज (भट्टोजि दीक्षित के "प्रौढ़मनोरमा" नामक व्याकरण के टीकाग्रंथ का खंडन)
31. महाभाष्य : पतञ्जलि
32. महाभाष्य-प्रत्याख्यान-संग्रह : नागेश भट्ट
33. मुखमत्तदीपनी : विमलबुद्धि (कच्चान व्याकरण की टीका तथा न्यास, 11 वीं सदी)
34. मुग्धबोध : वोपदेव
35. रूपावतार : धर्मकीर्ति (ग्यारहवीं शताब्दी)
36. लघुशब्देन्दुशेखर : नागेश भट्ट (सिद्धान्तकौमुदी की व्याख्या)
37. लघुसिद्धान्तकौमुदी : वरदराज
38. वाक्यपदीय : भर्तृहरि (लगभग ई. 500, व्याकरणदर्शन का सर्वोत्कृष्ट ग्रंथ)
39. वार्तिक : कात्यायन
40. वैयाकरणभूषणकारिका : भट्टोजि दीक्षित
41. वैयाकरणभूषणसार : कौण्डभट्ट (ई. 1600)
42. वैयाकरणसिद्धान्तपरमलघुमंजूषा : नागेश भट्ट
43. वैयाकरणसिद्धान्तमंजूषा : नागेश भट्ट (व्याकरणदर्शनग्रंथ)
44. वैयाकरणसिद्धान्तलघुमंजूषा : नागेश भट्ट
45. शब्दकौस्तुभ : भट्टोजि दीक्षित (ई. 1600, पाणिनीय सूत्रों की अष्टाध्यायी क्रम से एक अपूर्ण व्याख्या)
46. शब्दरत्न : हरि दीक्षित (प्रौढमनोरमा की टीका)
47. शब्दानुशासन : हेमचन्द्राचार्य
48. शब्देन्दुशेखर : नागेश भट्ट
49. संग्रह : व्याडि (लगभग ई. पू. 400 ; व्याकरण के दार्शनिक विवेचन का आदि ग्रन्थ)
50. सारसिद्धान्तकौमुदी : वरदराज
51. सारस्वतप्रक्रिया : स्वरूपाचार्य अनुभूति
52. सिद्धान्तकौमुदी : भट्टोजि दीक्षित (प्रक्रियाकौमुदी पर आधारित)
53. सूक्तिरत्नाकर : शेषनारायण
54. स्फोटचंद्रिका : कृष्णभट्टमौनि
55. स्फोटवाद : नागेश भट्ट
56. स्फोटसिद्धि : भरतमिश्र
57. स्वोपज्ञवृत्ति : (वाक्यपदीय की टीका)
58. हरिनामामृतव्याकरण : जीव गोस्वामी

Post a Comment

0 Comments