शुभांगी बनी नौसेना की पहली महिला पायलट


भारतीय नौसेना में पहली बार महिला पायलट की नियुक्ति की गई है। उत्तर प्रदेश की शुभांगी स्वरूप (Shubhangi Swaroop) को नौसेना में पायलट बनाया गया है। शुभांगी जल्द ही मेरीटाइम रिकानकायसन्स प्लेन उड़ाती हुई दिखाई देंगी। नौसेना में महिलाओं को पायलट के तौर पर शामिल करने की मंजूरी 2015 में दी गई थी।


केरल के कन्नूर के एझीमाला में आयोजित इंडियन नेवल अकेडमी की पासिंग आउट परेड में शुभांगी के अलावा दिल्ली की आस्था सेगल, पुद्दुचेरी की रूपा ए और केरल की शक्ति माया एस को नौसेना की नेवल आर्मामेंट इंस्पेक्टोरेट (एनएआई) शाखा में देश की पहली महिला अधिकारी बनने का गौरव हासिल हुआ है। बता दें शुभांगी के पिता ज्ञान स्वरूप इंडियन नेवी में कमांडर हैं।

22 नवंबर, 2017 को आयोजित पासिंग आउट परेड में 328 कैडेट शामिल हुए इसमें इंडियन कोस्ट गार्ड सहित दो ओवरसीज कैडेट भी शामिल हुए। ओवरसीज कैडेट में तंजानिया और मालदीव के कैडेट शामिल थे। पहली महिला पायलट बनने के बाद उत्तर प्रदेश के बरेली की रहने वाली शुभांगी को हैदराबाद में वायु सेना अकादमी में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जहां सेना, नौसेना और वायु सेना के पायलटों को प्रशिक्षण दिया जाता है।

वैसे तो शुभांगी नौसेना में पहली पायलट हैं लेकिन नौसेना की एविएशन ब्रांच में पहले भी वायु यातायात नियंत्रण अधिकारी और विमान में ‘पर्यवेक्षक’ अधिकारी के तौर पर महिलाएं काम कर चुकी हैं। एनएआई शाखा पर नौसेना के हथियारों और गोला-बारूद के ऑडिट एवं आकलन की जिम्मेदारी होती है।