अमेरिका के टेक्सास स्थित ह्यूस्टन मेथोडिस्ट हॉस्पिटल ने एक माइक्रा ट्रांसकैथेटर पेसिंग सिस्टम (टीपीएस) Micra Transcatheter Pacing System (TPS) का विकास किया है, जो ब्रेडिकार्डिया से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए दुनिया का सबसे छोटा पेसमेकर है। इसका आकार पारंपरिक पेसमेकर की तुलना में करीब दस गुना छोटा है। इस पेसमेकर को अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) US Food and Drug Administration (FDA) की मंजूरी मिल चुकी है।
इस पेसमेकर का आकार एक बड़े विटामिन जितना है और ट्रेडिशनल पेसमेकर की तरह इसमें कार्डियक वायर की जरूरत नहीं होती।
ह्यूस्टन मेथोडिस्ट हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक पॉल स्कूरमैन ने कहा कि ये पेसमेकर इतना छोटा है कि इसे एक कैथेटर के माध्यम से सीधे दिल में पहुंचाया जा सकता है। यह 10 साल तक बिना रुके काम कर सकता है।
कैसे करेगा मदद?
ह्यूस्टन मेथोडिस्ट के रिसर्चर पॉल सर्चुमन ने कहा कि रोगी को लगाई गई नई डिवाइस अच्छी तरह काम कर रही है।
उनका कहना है कि इस डिवाइस से असामान्य धड़कनों से पीड़ित रोगियों की जान बचाने में ममद मिलेगी।
धड़कनों की निम्न दर होने की अवस्था में दिल आॅक्सीजन से भरपूर खून की पर्याप्त पंपिंग करने में असमर्थ हो जाता है
इस स्थिति के उपचार में पेसमेकर की मदद ली जाती है।
मौजूदा पेसमेर न केवल ट्रंडिशनल पेसमेकर से अव्वल है बल्कि इसमें लेटेस्ट टेक्नॉलोजी का यूज हुआ है जो इसे ज्यादा क्रेडिबल बनाती है।
क्या है पेसमेकर?
हृदय गति सामान्य करने की दिशा में ब्रेडिकार्डिया यानी मंदस्पंदन (हृदय की धड़कन असामान्य रूप से धीमी होना) के इलाज में पेसमेकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और यह हृदय गति बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रिकल इंपल्स भेजने के लक्षणों से छुटकारा दिलाता है।