All India Institute of Medical Sciences, New Delhi

ऑल इंडिया इंस्टीट्‌यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज
मेडिकल एजुकेशन का बेस्ट डेस्टिनेशन

मेडिकल एजुकेशन के अच्छे संस्थानों की बात करें, तो ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस का नाम सबसे पहले जेहन में आता है। मेडिकल प्रशिक्षण व शोध का यह उत्कृष्ट संस्थान, पंडित जवाहर लाल नेहरू की सोच की उपज थी। सन्‌ 1952 में न्यूजीलैंड के कोलंबो प्लान के तहत दी गई अनुदान राशि से एम्स संस्थान की नींव पड़ी। एम्स की स्थापना का प्रमुख उद्देश्य देश में स्तरीय चिकित्सा प्रशिक्षण व रिसर्च क्षेत्र को बढ़ावा देना तथा पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर पर आत्मनिर्भरता हासिल करना था। 1956 में संसद कानून के तहत एम्स को स्वायत्त संस्थान का दर्जा दिया गया।

एम्स में ग्रेजुएट व पोस्टग्रेजुएट स्तर पर विभिन्न मेडिकल व परा-मेडिकल कोर्सेज की पढ़ाई व डिग्री प्रदान की जाती है। 42 विषयों में प्रशिक्षण व शोध कार्य होता है। संस्थान के 600 से अधिक रिचर्स पब्लिकेशन हैं। एम्स के तहत कॉलेज ऑफ नर्सिंग भी चलाया जाता है, जिसमें स्टूंडेंट्‌स को बीएससी (ऑनर्स) नर्सिंग पोस्ट-सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है। संस्थान के 25 क्लीनिकल डिपार्टमेंट्‌स, जिनमें चार सुपर स्पेशिएलिटी सेंटर भी शामिल हैं, में विभिन्न प्रकार की बीमारियों पर कार्य होता है।
पाठयक्रम व हॉस्टल
संस्थान में अलग-अलग स्तरों पर 42 विषयों में विभिन्न कोर्सेज का संचालन किया जाता है। इनमें प्रवेश अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होता है। अंडरग्रेजुएट स्तर पर एमबीबीएस, बीएससी (ऑनर्स) ह्यूमन बायोलॉजी, बीएससी कोर्सेज (नर्सिंग), ओडियोमेट्री, टेक्निक्स ऐंड रेडियोग्राफी आदि कोर्सेज संचालित किए जाते हैं। ह्यूमन बायोलॉजी में बीएससी (आनर्स) कोर्स संचालित करने वाला देश में एकमात्र संस्थान है। पीजी स्तर पर एमडी, एमएस ऐंड एमडीएस, साइंस में मास्टर डिग्री, बायोटेक्नोलॉजी में एमडी, डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी आदि कोर्सेज संचालित किए जाते हैं। एम्स में पीजी कोर्सेज के तहत दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्‌स को पढ़ाई के दौरान प्रैक्टिस का भी भरपूर अवसर मिलता है। फिलहाल संस्थान द्वारा 55 क्षेत्रों में डिग्री प्रदान की जाती है। संस्थान में कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, पेडियाट्रिक सर्जरी आदि में मेडिकल व सर्जिकल डिसिप्लिन में सुपर सोशिएलिटी कोर्सेज संचालित किए जाते है। पीजी कोर्सेज में दाखिला प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है। विदेशी नागरिक भी प्रवेश पा सकते हैं। नेपाल से स्नातकोत्तर छात्रों को प्रवेश भारत सरकार तथा नेपाल सरकार के बीच हुए द्विपक्षीय समझौते के तहत दिया जाता है। एम्स कैंपस में अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट्‌स के लिए कुल आठ हॉस्टल हैं, कुल 850 स्टूडेंट के रहने की व्यवस्था है। पीजी स्टूडेंट्‌स के लिए अलग हॉस्टल की व्यवस्था है। एम्स के संबंध में अधिक जानकारी के लिए शैक्षिक अनुभाग, परीक्षा संकाय अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली तथा संस्थान की वेबसाइट पर संपर्क करें।

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