भारत से अलग होकर पाकिस्तान में अबतक चार सैनिक शासन लगा यानि सैनिक तख्तापलट हुआ। वर्ष 1947 में भारत से टूटकर पाकिस्तान तो बन गया लेकिन 11 साल बाद ही जनरल मुहम्मद अयूब खान ने सत्ता हथिया ली और दो साल बाद 1960 में खुद को पाकिस्तान का राष्ट्रपति ऐलान कर दिया था। पाकिस्तान का सबसे खतरनाक सच वही की फौजी हुकूमत है, जो कभी भी किसी भी लोकतंत्र सरकार का तख्तापलट कर देती है या कर सकती है। आइये जानते है कि पाकिस्तान में सैनिक शासन यानि तख्तापलट कब-कब हुआ?
पाकिस्तान में पहला सैनिक शासन
1958 : फिरोज खान नून बनाम अयूब खान
वर्ष 1958 में पाकिस्तान में पहली बार सैन्य तख्तापलट हुआ था। तख्तापलट में पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति मेजर जनरल इस्कंदर मिर्जा ने प्रधानमंत्री फिरोज खान नून की सरकार को बर्खास्त कर दिया था। राष्ट्रपति इस्कंदर मिर्जा ने तख्तापलट के बाद जनरल अयूब खान को चीफ मार्शल लॉ एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त किया था, लेकिन जनरल अयूब खान ने इस्कंदर मिर्जा को साइडलाइन कर सत्ता हाथों में ले ली थी। वर्ष 1960 में अयूब राष्ट्रपति बन गए।
फिरोज खान नून : 16 दिसंबर 1957 से 7 अक्टूबर 1958 तक कुल 9 महीने 21 दिन के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे।
पाकिस्तान में दूसरा सैनिक शासन
1965 : अयूब खान बनाम याह्या खान
वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में मिली करारी हार के बाद जनरल अयूब खान की सत्ता पर पकड़ कमजोर पड़ने लगी थी। कहा जाता है कि अयूब खान के खिलाफ तख्तापलट को पाक की पहली जनरल रानी अकलीम अख्तर ने अंजाम दिया था। जनरल रानी के नाम से मशहूर अकलीम अख्तर ने ही पाक सेना के जनरल याह्या खान को नया चीफ मार्शल लॉ एडमिनिस्ट्रेटर बनने के लिए उकसाया था।
पाकिस्तान में तीसरा सैनिक शासन
1973 : जुल्फिकार अली भुट्टो बनाम जिया उल हक
सत्ता जाती देख याह्या खान ने वर्ष 1973 में जुल्फिकार अली भुट्टो को राष्ट्रपति और चीफ मार्शल लॉ एडमिनिस्ट्रेटर बना दिया था। बाद में जुल्फिकार अली भुट्टो चुनाव के जरिये लोकतांत्रिक तरीके से प्रधानमंत्री चुने गए। जुल्फिकार अली भुट्टो ने जिस जिया उल हक को पाकिस्तानी सेना का जनरल बनाया था। हालांकि बाद में उसी जिया उल हक ने जुल्फिकार अली का तख्तापलट किया।
ज़ुल्फिकार भुट्टो : 14 अगस्त 1973 से लेकर 5 जुलाई 1977 के बीच 3 साल और 10 महीने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे थे।
पाकिस्तान में चौथा सैनिक शासन
1999 : नवाज शरीफ बनाम परवेज मुशर्रफ
वर्ष 1999 में पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के नेता और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का सेना ने तख्तापलट किया था। नवाज ने सोच विचार के बाद परवेज मुशर्रफ को पाकिस्तानी सेना का अध्यक्ष बनाया था, लेकिन, 12 अक्तूूबर, 1999 को परवेज मुशर्रफ ने नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के केस में गिरफ्तार कर सैन्य शासन लागू किया। इस बीच, नवाज शरीफ को देश छोड़ना पड़ा था। क्योंकि परवेज मुशर्रफ ने तो उनकी मौत की तैयारी भी कर ली थी, लेकिन सऊदी अरब और अमेरिका ने दखल दे कर उन्हें देश से बाहर निकलवा लिया।
नवाज शरीफ : पाकिस्तान के 12वें प्रधानमंत्री थे। 6 नवंबर 1990 को वह इस पद पर काबिज हुए। 1993 में उनकी सरकार को बर्खास्त कर दिया। 26 मई 1993 को नवाज फिर से पीएम बने। राष्ट्रपति ने उन्हें आर्टिकल 58-2बी के तहत हटा दिया था।
0 Comments