राजस्थान के मुख्य सूचना आयुक्त 2021

chief information commissioner of rajasthan

प्रश्न : राजस्थान के वर्तमान मुख्य सूचना आयुक्त 2021 कौन है?
(A) एम डी कोरानी
(B) चंद्रमोहन मीणा
(C) सुरेश चौधरी
(D) डी.बी. गुप्ता
उत्तर-(D)




राजस्थान के पूर्व मुख्य सचिव डी बी गुप्ता (DB Gupta) को राज्य का नया सूचना आयुक्त (Chief Information Commissioner) 4 दिसंबर 2020 को बनाया गया। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) ने उन्हें राज्य के नये मुख्य सूचना आयुक्त के रूप में नियुक्ति प्रदान की। राज्यपाल ने इसके साथ ही वरिष्ठ पत्रकार नारायण बारेठ और शीतल धनखड़ को सूचना आयुक्त के रूप में नियुक्ति प्रदान करने के भी आदेश जारी किये।

नारायण बारेठ लंबे समय से पत्रकारिता से जुड़े हैं। वे लंबे समय तक बीबीसी में अपनी सेवायें दे चुके हैं। वही शीतल धनखड़ कांग्रेस नेता रणदीप धनखड़ की पुत्री हैं। वे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ की भतीजी हैं। उन्होंने एमजीडी और लेडी श्रीराम कॉलेज दिल्ली से शिक्षा प्राप्त की है। वर्तमान में सामाजिक कार्यकर्ता हैं।

राज्य सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त के अलावा सूचना आयुक्तों के 4 पद हैं सृजित हैं। वर्तमान में आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त और दो आयुक्तों के पर खाली थे। सूचना आयुक्त के शेष दो पदों पर आरपी बरवड़ और लक्ष्मण सिंह राठौड़ कार्यरत हैं। अब मुख्य सूचना आयुक्त समेत दो नए आयुक्तों की नियुक्ति से आयोग का कोरम पूरा हो गया है. आयोग में अधिकतम 10 सूचना आयुक्त हो सकते हैं।

डीबी गुप्ता का कार्यकाल 3 साल का होगा। वे दिसंबर 2023 तक मुख्य सूचना आयुक्त पद पर रहेंगे। मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति 3 वर्ष या 65 साल की उम्र जो भी पहले हो के लिए होती है। गुप्ता राज्य के चौथे मुख्य सूचना आयुक्त बने हैं। यह पद दिसंबर 2018 से रिक्त चल रहा था। सुरेश चौधरी के सेवानिवृत्त होने के बाद से ही यह पद रिक्त था। चौधरी के बाद तत्कालीन सूचना आयुक्त आशुतोष शर्मा कार्यवाहक मुख्य सूचना आयुक्त रहे थे। शर्मा भी हाल ही में सेवानिवृत्त हो गये थे। उनके बाद आर पी बरवड़ को कार्यवाहक मुख्य सूचना आयुक्त बनाया गया था। राजस्थान में अब तक एमडी कोरानी, टी. श्रीनिवासन और सुरेश चौधरी मुख्य सूचना आयुक्त रह चुके हैं।



डीबी गुप्ता : एक परिचय
– 1983 बैच के आईएएस रहे डीबी ने अर्थशास्त्र में एम. ए किया है।
– डीबी गुप्ता ब्यूरोक्रेसी का जाना-माना नाम है। सौम्य छवि, मृदुभाषी और मिलनसारिता के अपने व्यक्तित्व के कारण वे ब्यूरोकेट्स, राजनेता ही नहीं आम आदमी की भी पसन्द रहे हैं।
– यही कारण है कि जब उन्हें जुलाई 2020 में सीएस पद से हटाया तो प्रशासनिक हलकों में काफी आश्चर्य जताया गया। फिर उन्हें सीएम सलाहकार बनाया गया।
– 1983 बैच के आईएएस डीबी गुप्ता प्रदेश में प्रशासन तंत्र से जुड़े कई अहम पदों पर रहे।
– उन्होंने 30 अप्रैल 2018 से लेकर 2 जुलाई 2020 तक दो विपरीत विचारधारा वाली सरकारों में सीएस रहे। उन्होंने अपनी सर्विस डिलीवरी से दोनों ही सरकारों में छाप छोड़ी।
– इससे पूर्व उन्होंने एसीएस वित्त एसीएस पीडब्ल्यूडी, इंफ्रास्ट्रक्चर यूडीएच प्रमुख सचिव, प्रमुख सचिव कृषि,प्लानिंग व देवस्थान की अलग अलग जिम्मेदारी अलग अलग समय संभाली।
– वे अर्बन गवर्नेंस के प्रमुख सचिव रहे तो उससे पहले जेडीसी जयपुर के रूप में उनका कार्यकाल काफी सफल रहा।
– वित्त सचिव के रूप में भी पहले उन्होंने काम किया।
– उससे पहले उन्होंने दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी में प्रिंसिपल कमिश्नर की भूमिका निभाई।
– वे वित्त विभाग में विशिष्ट सचिव की भूमिका निभा चुके हैं जबकि सिरोही और अजमेर के कलेक्टर के रूप में उन्होंने अपनी प्रशासकीय दक्षता की छाप छोड़ी थी।

Post a Comment

0 Comments