मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन

lalji tandon

मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन (Lalji Tandon passed away) 21 जुलाई 2020 को हो गया। वे 85 वर्ष के थे। कई दिनों से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थे और लखनऊ के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में भर्ती थे। उनकी अनुपस्थिति में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को मध्य प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त दायित्व सौंप दिया गया था। लालजी टंडन के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया।

लखनऊ में जन्मे 85 वर्षीय एमपी के राज्यपाल लालजी टंडन को 11 जून को पेशाब में परेशानी के चलते लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लम्बी बीमारी के कारण कोमोबिर्टीज और न्यूरो मस्कुलर कमजोरी के कारण वह बाई-रेप वेंटिलेटर को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे। सोमवार शाम को दोबारा तबीयत बिगड़ने पर उन्हें ट्रेकोस्टॉमी के माध्यम से फिर क्रिटिकल केयर वेंटिलेटर पर लिया गया है। बीच-बीच में उनकी हालत में सुधार सूचनाएं भी मिलती रही हैं। 21 जुलाई मंगलवार सुबह उनका अस्पताल में निधन हो गया।

लखनऊ में 1935 में जन्मे लालजी टंडन भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ राजनेता थे। दो बार उत्तर प्रदेश में विधान परिषद का सदस्य (Uttar Pradesh Legislative Council) रहने के बाद वो 1996 से 2009 के बीच तीन बार उत्तर प्रदेश से ही विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए। वे उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह की सरकार और मायावती की बीएसपी-बीजेपी गठबंधन सरकार में मंत्री रहे।



वे 2003 से 2007 तक उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता विपक्ष भी रहे। तब प्रदेश में समाजवादी पार्टी नेता मुलायम सिंह यादव की सरकार थी। 2009 में वे लखनऊ से लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए। ये सीट इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सीट थी जहाँ से वे लगातार चार बार सांसद रहे। वर्ष 2018 में उन्हें बिहार का राज्यपाल बनाया गया था। इसके अगले साल 2019 में उन्हें मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Governor) का राज्यपाल बनाया गया था।

Post a Comment

0 Comments