1. भोला साइक्लोन (Bhola Cyclone 1970)
1970 में बांग्लादेश में आया तूफान अपनी गति और तीव्रता में दुनिया के भयंकर
तूफानों जैसा तो नहीं था, लेकिन वहां के तटीय इलाकों में किसी को जानकारी तक नहीं
थी कि ऐसा कोई तूफान आ रहा है। ये तूफान करीब 185 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार
से आया और जमीन से टकराते ही इसने तबाही मचानी शुरू कर दी। इससे दस जिले प्रभावित
हुए और पांच लाख से ज्यादा लोग मारे गए।
2. टाइफून सैली (Typhoon Sally 1964)
सैली तूफान 3 सितंबर 1964 को पोनापे के पास उठा और पश्चिम की ओर बढ़ा। चार दिन के
बाद इसकी रफ्तार 314 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई। ये 9 सितंबर को फिलिपींस
पहुंचा, फिर 185 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 10 सितंबर को चीन पहुंचा। सैली
तूफान टाइफून टिप की तरह था, जो 12 अक्टूबर 1979 को जापान से टकराया था, जिसकी
रफ्तार भी 305 किलोमीटर प्रति घंटे थी। दरअसल, सैली तूफान पहले कम गति से उठा,
लेकिन बाद में तेजी के साथ उसने अपनी रफ्तार को बढ़ा लिया था। गति बढ़ने के साथ
उसकी भयानकता बढ़ गई थी।
3. टाइफून इडा (Typhoon Ida 1958)
इडा सितंबर 1958 में 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से जापान के तट से
टकराया। बाद में इसकी रफ्तार 325 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई। ये इतना भयंकर
तूफान था कि इसने कई बड़े बड़े भवनों तक को गिरा दिया। आइडा के कारण जापान में
कुल 1,269 लोगों की मौत हुई। इतनी मौतों से जापान के लोग हिल गए थे। इससे पांच
करोड़ अमेरिकी डॉलर की संपत्ति का नुकसान हुआ।
4. टाइफून किट (Typhoon Kit 1966)
टाइफून किट 1966 में 314 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उठा, लेकिन संयोग से
जमीन पर नहीं टकराया। इसलिए टाइफून किट से जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ।
5. टाइफून हैयान (Typhoon Haiyan 2013)
हैयान को अब तक का सबसे प्रचंड उष्णकटिबंधीय तूफान माना जाता है। फिलिपींस में
इसे योलांडा के नाम से जानते हैं। इसकी रफ्तार 314 किलोमीटर प्रति घंटा थी। ये
तीन नवंबर 2013 को बना, 11 नवंबर को खत्म हो गया। इस तूफान के कारण फिलिपींस,
वियतनाम और दक्षिण चीन का बड़ा हिस्सा प्रभावित हुआ। इसके कारण 11 हजार 801 लोगों
की मौत हुई, जबकि कुल 68 करोड़ 60 अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ।
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