सुदंर पिचाई सैलरी–एक दिन की 6 करोड़, साल की 178 करोड़ रुपये

sundar pichai salary

अमेरिका की दिग्गज तकनीक कंपनी और गूगल की पैरंट कंपनी अल्फाबेट (Alphabet) के सीईओ सुंदर पिचाई को 2019 में कुल 28.1 करोड़ डॉलर या 2,144.53 करोड़ रुपये की सैलरी मिली। जो विश्व में किसी एग्जिक्युटिव को मिलने वाला सबसे ज्यादा कॉम्पेसेशन (Sundar Pichai 2019 Compensation) है। अल्फाबेट ने जानकारी दी है कि इस साल उनका वेतन बढ़ कर 20 लाख डॉलर (15.26 करोड़ रुपये) हो जाएगी। पिचाई की सैलरी अल्फाबेट कर्मचारियों के औसत कुल वेतन के 1085 गुना है। बता दें कि सुंदर पिचाई अल्फाबेट कंपनी के सीईओ और उसकी सहायक कंपनी गूगल एलएलसी के सीईओ हैं। गूगल ने अपनी कंपनी का नाम अल्फ़ाबेट में बदल दिया है। 1972 में भारत के चेन्नई में जन्मे पिचाई 2015 में गूगल के सीईओ बने थे। दिसंबर, 2019 को वह अल्फाबेट के सीईओ बन गए।



सुंदर पिचाई के सैलरी पैकेज का अधिकांश हिस्सा शेयरों में हैं, जिनमें से कुछ का भुगतान अमेरिकी शेयर बाजार सूचकांक एसएंडपी 100 इंडेक्स की अन्य कंपनियों के मुकाबले अल्फाबेट के स्टॉक रिटर्न के आधार पर किया जाएगा। अगर इस हिसाब से देखें तो उनका बतौर सैलरी भुगतान काफी कम हो रहेगा। बता दें कि 2019 में पिचाई की सैलरी 6.5 लाख डॉलर यानी करीब 5 करोड़ रुपये थी।



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2018 गूगल सीईओ के पद पर रहते हुए पिचाई की बेसिक सैलरी 4.6 करोड़ रुपये रही थी, मगर अब इसमें 200 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 2018 में उन्हें 19 लाख डॉलर यानी करीब 135 करोड़ रुपये का कुल वेतन मिला था, जिसमें 4.6 करोड़ रुपये की बैसिक सैलरी शामिल है। पिचाई को प्रदर्शन के आधार पर ही स्टॉक यूनिट दिया जाना तय किया गया था, जिसकी कुल कीमत 31.5 करोड़ रुपये है।

कौन हैं सुंदर पिचाई 
सुंदर पिचाई का असली नाम पिचाई सुंदरराजन है। इनका जन्म तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था। उनके पिता रघुनाथ पिचाई ब्रिटिश समूह के जीईसी में एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। सुंदर पिचाई ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT), खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है।  पिचाई को अल्फाबेट के संस्थापकों लैरी पेज और सर्गी ब्रिन के इस्तीफे देने के बाद कंपनी का सीईओ चुना गया था। पिचाई एल्फाबेट के अलावा गूगल के भी सीईओ हैं। पिचाई ने आईआईटी, खड़गपुर से बैचलर डिग्री लेने के बाद अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमएस की डिग्री हासिल की और फिर वॉर्टन यूनिवर्सिटी से एमबीए भी किया। 2004 में वे बतौर प्रोडक्ट और इनोवेशन ऑफिसर गूगल से जुड़े थे।

सुंदर पिचाई ने लंबे समय से बतौर गूगल में बतौर कर्मचारी काम किया। गूगल के पॉपुलर ब्राउजर क्रोम और गूगल एंड्रायड टीम के लीडर के तौर पर काम किया है। सुंदर पिचाई ने गूगल के कुछ और लोकप्रिय उत्पाद जीमेल, और एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर भी काम किया है। वर्ष 2004 में पिचाई ने गूगल कंपनी ज्वाइन किया था और 2015 से गूगल के सीईओ पर काबिज हैं। गूगल की शुरुआत 1997 में हुई थी, जिसके बाद से इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी की दुनिया में बदलाव हो गया।

बता दे कि गूगल के सीईओ बनने से पहले सुंदर पिचाई को माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ पद का ऑफर मिला था। इसके अलावा याहू और ट्विटर से भी ऑफिर मिले थे। उस समय सुंदर पिचाई ने गूगल छोड़ने का पूरा मन बना लिया था। लेकिन उनकी पत्नी अंजलि ने उन्हें गूगल न छोड़ने की सलाह दी। सुंदर ने अंजलि की बात मानकर गूगल में ही रहने का मन बना लिया।

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