जानिए, वेब के अधिकतर रंग क्यों होते हैं नीले


क्या आपने ध्यान दिया है कि इंटरनेट पर सबसे ज्यादा कौनसा रंग दिखायी देता है या फिर हम कहें कि इंटरनेट के ज्यादातर सिंबल किस कलर के होते है। तो आप सोचने लगोगे कि इंटरनेट पर ज्यादातर नीला रंग ही दिखाई देता है। इसपर कई लोगों के कई अपने मत हो सकते हैं। लेकिन आपको पता होना चाहिए कि जब टेक्नोलॉजी की शुरुआत हुई थी, तब इसकी तुलना आसमान से की गई। आसमान का कोई अंत नहीं होता और उसका रंग नीला होता है। उसी तरह तकनीक का भी कोई अंत नहीं है इसलिए इसका रंग नीला रखा गया। इसी तरह कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि नीला रंग पाठकों को शांति और नयापन प्रदान करता है।



– मनुष्य लाल और हरा आसानी से देख पाता है, लेकिन लाल और पीला खतरे के निशान भी हो सकती हैं इसलिए हम नीले रंग को ज्यादा नोटिस करते हैं।
– दुनिया के 75 फीसदी लोगों का मनपसंदीदा रंग नीला होता है।
– साइकोलॉजिकली देखा जाए तो ये शांत और हानि न पहुंचाने वाला होता है।

नीले रंग शांति प्रदान करता है
आपने कभी सोचा कि फेसबुक, ट्विटर या इंटरनेट की कई वेबसाइट्स और लोगो नीले रंग में ही क्यूं रंगे होते हैं। इंटरनेट का सबसे मशहूर रंग नीला है। इसका कारण है कि नीले रंग में एक कूल इफेक्ट होता है। इसमें कोई संयोग नहीं है कि ज्यादातर टेक्नोलॉजी वेबसाइट का रंग नीला ही होता है। नीला रंग टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का समानार्थी है। आपने कई कंपनियां भी देखी होंगी जो अपने लोगों और वेबसाइट में नीले रंग का प्रयोग करती हैं। इसके लिए कुछ मशहूर उदाहरण हैं सियर्स, इलेक्ट्रॉनिक आट्रर्स, फेसबुक और ट्विटर आदि।

अगर गौर किया जाए तो आज लोग काला, पीला, हरा, लाल आदि रंग इस्तेमाल करने से बचते हैं। नीले को प्राथमिकता इसलिए भी दी जाती है क्योंकि ये रंग एफिशिएंसी, क्लैरिटी और सिंप्लीस्टिी का सूचक है। जब कोई यूजर पहली बार किसी वेबसाइट पर आता है तो नीला रंग देखकर उसकी आंखों को एक सुकून मिलता है। उस समय विजिटर को ऐसा लगता है कि वो आराम से सेटल हो सकता है। वेब डिजाइन में नीले रंग को इस्तेमाल करने का मकसद टेक्नोलॉजी अप्रोच की जागरूकता को बढ़ाना है। शोधार्थियों के अनुसार किसी भी वेब डिजाइनिंग में रंगों का अहम स्थान है और जैसाकि इंटरनेट का मशहूर रंग नीला है तो ये आपके ब्रांड का सक्सेस फैक्टर बन सकता है।



नीले रंग में क्यू बनाये जाते है लोगो
किसी ने कहा है कि अगर आपके ऐप में ब्लू आईकॉन नहीं है तो आप कभी भी टॉप टेन की सूची में नहीं आ सकते हैं। इससे एक बात सोचनी पड़ेगी कि 500 कंपनियों के लोगों आखिर नीले है क्यूं? विकिपीडिया के मुताबिक रंग को ब्रांड रिकॉग्निशन का अहम हिस्सा माना जाता है, लेकिन लोगो डिजाइनिंग का ये इंटिग्रल कंपोनेंट नहीं है। कुछ रंग भावनाओं के साथ जुड़े होते हैं जिन्हें डिजाइन प्रकट करना चाहता है। जैसे लाल रंग खतरे की निशानी है जिसका मतलब हाईवे पर ड्राइवर को सचेत करना होता है इसलिए जो कंपनियां अपने कर्मचारियों को सचेत रखना चाहती हैं लाल रंग का प्रयोग करती हैं।

अमेरिका में लाल, सफेद और नीला रंग वे कं​पनियां इस्तेमाल करती हैं जो देशभक्ति की भावनाओं से भरी होती हैं। हरा रंग स्वास्थ्य और हाईजीन सेक्टर का संकेतक है। हल्का नीला या सिल्वर डायट फूड को दिखाता है। कुछ ब्रांड में हल्के रंग रिलायबिलिटी, क्वालिटी और रिलेक्जेशन को जाहिर करते हैं। यानी जो कंपनियां नीला रंग इस्तेमाल करती हैं क्या वे देशप्रेम दर्शाती हैं। इसका उत्तर ये है कि नीला रंग आत्मविश्वास को दिखाता है। इसके अलावा पारंपरिक तौर पर ये एक बलवान रंग है इसलिए ये कॉरपोरेट जगत के रिश्तों को भी जाहिर करता है। एडवरटाइजिंग में नीले रंग का इस्तेमाल क्लीन लिक्विड और एयरलाइंस के लिए किया जाता है। लोगो नीले रंग के इसलिए बनाए जाते हैं क्योंकि नीले रंग से शुद्धता और अक्लमंदी झलकती है। नीला रंग न्याय और ईमानदारी भी प्रकट करता है।


फेसबुक के नीले रंग का राज
कभी आपने सोचा कि फेसबुक का रंग नीला क्यूं है? हम बताते हैं कि कंपनी के मुताबिक पिछले कई सालों में फेसबुक मेजर रीडिजाइन से गुजरा है लेकिन इस साइट की आजतक एक ही चीज नहीं बदली और वो है इसका नीला रंग। फेसबुक पर हर चीज कितनी नीली है चाहे इसका साइन अप पेज हो, लोगो हो, मोबाइल ऐप हो और साइट के पॉपअप्स हों, सबकुछ नीले हैं। न्यूयॉर्क की एक मैगजीन में ये बात सामने आई कि आखिर फेसबुक नीला क्यूं है। मैगजीन के मुताबिक फेसबुक फाउंडर मार्क जुकरबर्ग कलर ब्लाइंड हैं और वे केवल नीला रंग ही देख पाते हैं। कुछ साल पहले जुकरबर्ग ने एक ऑनलाइन टेस्ट लिया और पाया कि वे लाल और हरा रंग देखने में असमर्थ हैं। जुकरबर्ग के अनुसार नीला डॉमिनेट रंग है क्योंकि मुझे सबकुछ नीला ही दिखाता है। इसीलिए शायद फेसबुक का रंग नीला है। 

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