चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार 2019 मिला तीन वैज्ञानिकों को

Nobel Prize in Physiology or Medicine

स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में 7 अक्टूबर 2019 को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार 2019 की घोषणा हुई। वर्ष 2019 चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के विलियम जी. केलिन जूनियर और ग्रेग एल सेमेन्जा, ब्रिटेन के सर पीटर जे. रैटक्लिफ को दिया जाएगा। इन्होंने इस चीज की खोज की थी कि कैसे सेल्स ऑक्सीजन को जलाते हैं ताकि शरीर को ऊर्जा मिल सके और नई कोशिकाओं को बनने में मदद मिले। तीनों वैज्ञानिकों ने उस कोशिकीय मशीनरी की पहचान की, जो ऑक्सीजन की उपलब्धता के मुतािबक जीन्स की गतिविधियों को संचालित करती है। यह खोज किसी जीवन की सबसे जरूरी अनुकूलन प्रक्रिया के मैकेनिज्म के बारे में बताती है। इसने हमारी समझ के आधार को स्थापित किया कि किस तरह ऑक्सीजन का स्तर हमारे सेलुलर मेटाबॉलिज्म और शारीरिक गतिविधियों को प्रभावित करता है। इस खोज से एनीमिया, कैंसर और अन्य बीमारियों के इलाज में मदद मिलेगी।



कौन हैं यह तीनों नोबेल विजेता वैज्ञानिक
विलियम जी केलिन जूनियर का जन्म 1957 में न्यूयॉर्क में हुआ था। ड्यूक विश्वविद्यालय से एमडी की डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय और बॉस्टन के दाना—फार्बर कैंसर इंस्टीट्यूट से विशेष प्रशिक्षण हासिल किया।

वहीं इंग्लैंड के सर पीटर जे रैटक्लिफ का जन्म लंकाशायर में 1954 में हुआ था। उन्होंने कैंब्रिज विश्वविद्यालय से चिकित्सा की पढ़ाई की। ग्रेग एल सेमेंजा भी न्यूयॉर्क के रहने वाले हैं और उनका जन्म 1956 में हुआ। उन्होंने बॉस्टन में हार्वर्ड विश्वविद्यालय से बॉयोलॉजी में बीए करने के बाद पेन्सिवेनिया विश्वविद्यालय से एमडी/पीएचडी की डिग्री हासिल की।



नोबेल पुरस्कार में क्या मिलेगा
नोबेल पुरस्कार के हर विजेता को करीब साढ़े चार करोड़ रुपए की राशि दी जाती है। इसके साथ 23 कैरेट सोने से बना 200 ग्राम का पदक और प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है। पदक के एक ओर नोबेल पुरस्कार के जनक अल्फ्रेड नोबेल की छवि, उनके जन्म तथा मृत्यु की तारीख लिखी होती है। पदक की दूसरी तरफ यूनानी देवी आइसिस का चित्र, रॉयल एकेडमी ऑफ साइंस स्टॉकहोम तथा पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति की जानकारी होती है।

चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार से जुड़े तथ्य
बता दे कि 1901 से 2018 के बीच चिकित्सा के क्षेत्र में 109 नोबेल पुरस्कार दिए जा चुके हैं। इसमें सर्वाधिक नोबेल पुरस्कार जीतने वाले तीन देश है–अमेरिका 100 बार, ब्रिटेन 30 बार और जर्मनी 17 बार। वही कुल 216 विजेताओं में 12 महिलाओं के नाम शामिल हैं, जिनमें से दो महिलाओं को साल 2009 में एक साथ पुरस्कृत किया गया। इंसुलिन की खोज करनेवाले फ्रेडरिक जी. बैंटिंग ने साल 1923 में महज 32 साल की उम्र में यह पुरस्कार प्राप्त किया था। चिकित्सा के क्षेत्र में वह अबतक के सबसे युवा नोबेल पुरस्कार विजेता हैं। वहीं, पेटोन राउस (87) सबसे उम्रदराज नोबेल पुरस्कार विजेता हैं। उन्हें ट्यूमर इंड्यूसिंग वायरस की खोज के लिए 1966 में यह पुरस्कार दिया गया था।

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