दीपक राज बने ऑस्ट्रेलिया के पहले MLA, भगवत गीता से ली शपथ

भारतवंशी अपनी पहचान और संस्कृति से पूरे विश्व में अपनी विशेष पहचान बनाये हुए हैं। जिसका कारण वह विदेशी धरती पर रहते हुए भी अपना धर्म और अपनी संस्कृति को कभी नहीं भूलते। जिसकी वजह से उन्हें एक अलग तरह का सम्मान सभी जगह मिलता है। उदाहरण के तौर पर उत्तरप्रदेश में पैदा हुए दीपक राज गुप्ता जब ऑस्ट्रेलिया में विधायक यानि MLA बने और शपथ ग्रहण के वक्त वो अपना हिंदू धर्म नहीं भूले। विधायक की पद और गोपनीयता की शपथ उन्होंने भगवत गीता से ली।



दीपक गुप्ता ने Gungahlin विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर वहां की विधानसभा में प्रवेश किया, इससे पहले वर्ष 2014 में वे इसी सीट से चुनाव लड़े थे पर वे हार गये और तीसरे नम्बर पर रहे। लेकिन वे निराश होकर नहीं हुए और इस बार फिर उसी सीट से चुनाव लड़ा और जीत गये।


ऑस्ट्रेलिया मीडिया द्वारा श्रीमद्भगवद्गीता से शपथ लेने पर पूछे प्रश्न में उन्होंने जवाब दिया कि मैं जिस सीट से चुनाव जीता हूँ वहां हिन्दू समुदाय के लोग ज्यादा है। उन्होंने ही मुझे वोट देकर जिताया है तो क्या मैं इन सभी मतदाताओ के सम्मान के लिए गीता हाथ में रखकर शपथ ली है।



मीडिया के दूसरे सवाल कि दूसरे देश से आकर रहने वालों लोगों को क्या ​मुश्किलों का सामना करना पड़ता है के जवाब में उन्होंने कहा कि रहने वाले देश के खान पान, रहन सहन आदि के बारे में पूरी जानकारी रखकर आप मुश्किलों में नहीं पड़ सकते है।


आपको बतादें कि दीपक गुप्ता जब चंडीगड़ में रहते थे तब वे वहां के एक रेस्टोरेंट में वेटर का काम करते थे ताकि परिवार का भरण पोषण हो सके। इसके बाद दीपक गुप्ता वर्ष 1989 में ऑस्ट्रेलिया आये थे और कई वर्षों की मेहनत के बाद भी असफल रहे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। जिसका नतीजा आज वह एक सफल नेता बन चुके है।

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