उत्तर प्रदेश का वर्तमान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Anandiben Patel) है। गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर चुकीं आनंदी बेन पटेल ने 29 जुलाई 2019 को राजभवन के गांधी सभागार में उत्तर प्रदेश की दूसरी महिला राज्यपाल के रूप में शपथ ली। इलाहाबाद हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति गोविन्द माथुर ने उनको पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। वह उत्तर प्रदेश की 34वीं राज्यपाल तथा उत्तर प्रदेश का गठन होने के बाद 25वीं राज्यपाल हैं।
शपथ ग्रहण के दौरान पूर्व राज्यपाल रामनाइक ने एक नियम को भी तोड़ा। राज्यपाल आमतौर पर राजभवन छोड़ते हैं जब तक उनके उत्तराधिकारी शपथ लेने नहीं आते। लेकिन रामनाइक शपथ ग्रहण के दौरान वहां मौजूद रहे। उनका कहना था कि जब कोई राष्ट्रपति शपथ लेता है, तो पूर्ववर्ती द्वारा राष्ट्रपति भवन में उसका स्वागत किया जाता है और फिर दोनों शपथ ग्रहण समारोह के लिए संसद में एक साथ ड्राइव करते हैं। मैंने भी स्वागत करने के लिए वापस रहने का फैसला किया।
बतादें कि 70 वर्ष पहले सरोजिनी नायडू उत्तर प्रदेश की पहली महिला राज्यपाल बनी थीं। जिस समय सरोजिनी नायडू ने शपथ ली थी, उस वक्त उत्तर प्रदेश का नाम यूनाइटेड प्राविंस था। स्वतंत्रता सेनानी सरोजनी नायडू 15 अगस्त 1947 को प्रदेश की राज्यपाल बनीं। वह इस पद पर 2 मार्च 1949 तक रहीं। उनके बाद अब आनंदीबेन पटेल को महिला राज्यपाल बनने का गौरव मिला। उत्तर प्रदेश में अब तक 33 राज्यपाल हुए हैं। आनंदीबेन पटेल 34वीं राज्यपाल हैं। बताते चले कि वर्ष 2017 में आनंदीबेन ने चुनाव लडऩे से मना कर दिया था। इसके बाद वह 2018 में मध्य प्रदेश में राज्यपाल नियुक्त हुईं। उन्हें छत्तीसगढ़ राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया।
सनद रहे कि यूनाइटेड प्राविंस के समय में सर हरकोर्ट बटलर, सर विलियम एस. मैरिस, सर अलेक्जेंडर फिलिप्स, सर विलियम मैकहोम हैली, सर हैरी ग्राहम हैग, सर मार्स गैमियर हैलेट और सर फ्रांसिस वेमर ये सभी आजादी के पूर्व तक राज्यपाल रहे। आजादी के बाद सरोजिनी नायडू और जस्टिस बीबी मलिक यूनाइटेड प्राविंस के राज्यपाल बने थे।
यूनाइटेड प्राविंस से नाम बदलकर उत्तर प्रदेश होने पर एचपी मोदी, कन्हैया लाल मणिकलाल मुंशी, वीवी गिरी, डा. बी.रामकृष्ण राव, विश्वनाथ दास, डा.बीजी रेड्डी, जस्टिस शशिकांत वर्मा, अकबर अली खान, डा.एम.चेन्ना रेड्डी, जीडी तपासे, सीपीएन सिंह, मोहम्मद उस्मान आरिफ, बी.सत्यनारायण रेड्डी, मोती लाल वोरा, मोहम्मद शफी कुरैशी, रोमेश भंडारी, सूरजभान, विष्णुकांत शास्त्री, सुदर्शन अग्रवाल, टीवी राजेश्वर, बीएल जोशी व अजीज कुरैशी यहां के राज्यपाल बने। राम नाईक उत्तर प्रदेश के 33वें राज्यपाल थे।
आनंदीबेन पटेल : एक परिचय
उत्तर प्रदेश की दूसरी महिला राज्यपाल आनंदीबेन मफत भाई पटेल का जन्म 21 नवंबर, 1941 को गुजरात के मेहसाणा जिले के खरोद, विजापुर तालुका में हुआ था। वे एमएससी, एमएड (गोल्ड मेडलिस्ट) हैं। मोहिनाबा गर्ल्स हाईस्कूल, अहमदाबाद की प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त आंनदीबेन वर्ष 1994-98 के बीच राज्यसभा की सदस्य रही। वर्ष 1998 में अहमदाबाद के मांडल विधानसभा क्षेत्र से चुनकर विधायक बनी और फिर गुजरात की शिक्षा, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री बनीं। पाटन विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2002 में दूसरी बार विधायक बनकर मंत्रिमंडल में शामिल हुई। वर्ष 2007 से 2012 तक राजस्व, आपदा प्रबंधन, सड़क एवं भवन, राजधानी परियोजना, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रहीं। वर्ष 2012 का भी विधानसभा चुनाव जीतकर मंत्रिमंडल में शामिल हुई। 22 मई, 2014 से 7 अगस्त, 2016 तक गुजरात की प्रथम महिला मुख्यमंत्री रहीं। 23 जनवरी 2018 से 29 जून 2019 तक मध्य प्रदेश की राज्यपाल का कार्यभार संभाला। उन्होंने अपने राजनीतिक करिअर की शुरुआत भाजपा महिला मोर्चा से की थी। 2014 के शीर्ष 100 प्रभावशाली भारतीयों में उन्हें सूचीबद्ध किया गया है। गुजरात की राजनीति में 'लौह महिला' के रूप में जानी जाती हैं। जनवरी 2017 में मध्यप्रदेश की राज्यपाल नियुक्त हुई थी।
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