जी-20 विश्व की प्रमुख विकसित एवं उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक मंच है जिसका गठन मूलत: 1997 के एशियाई वित्तीय संकट के परिप्रेक्ष्य में 1999 में किया गया था, मूलत: वित्त मंत्रियों व केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों के इस मंच का ही 2008 के वैश्विक वित्तीय संकट का प्रभावी रूप से जवाब देने के लिए राष्ट्रायक्षों/शासनाध्यक्षों के लिए उच्चीकरण 2008 में किया गया था, 2008 से पूर्व इस समूह के सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों व केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की वार्षिक बैठकें होती रही थीं, जी-20 की शिखर बैठकों का सिलसिला 2008 के वैश्विक आर्थिक संकट के बीच शुरु हुआ था, ऐसा पहला सम्मेलन नवंबर 2008 में वाशिंगटन (अमरीका) में व दूसरा अप्रैल 2009 में लंदन (ब्रिटेन) में संपन्न हुआ था 2010 तक जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन वर्ष में दो-दो बार किया गया, जिनमें वैश्विक मंदी से उबरने के तौरतरीकों व इस संकट से उपजी अन्य समस्याओं से निपटने के लिए वैश्विक रणनीति पर विचार विशेषत: किया गया था मंदी की तीव्रता पर नियंत्रण के पश्चात् 2011 से यह शिखर सम्मेलन वर्ष में एक-एक बार ही होने लगा है, इसी श्रृंखला में 14वां शिखर सम्मेलन अबजून 2019 में जापान में ओसाका में संपन्न हुआ है।
जी-20 में शामिल देश
20 अर्थव्यवस्थाओं के जी-20 समूह में अर्जेटीना, आॅस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, टर्की, ब्रिटेन व अमरीका के अतिरिक्त यूरोपीय संघ शामिल हैं, जी-20 शिखर सम्मेलन में यूरोपीय संघ का प्रतिनिधित्व यूरोपीय परिषद् (EC) के अध्यक्ष व यूरोपीय केंद्रीय बैंक द्वारा किया जाता है जी-20 की शक्ति एवं सार्थकता आकलन इससे किया जा सकता है कि विश्व की दो तिहाई जनसंख्या जी-20 देशों में निवास करती है तथा वैश्विक सकल राष्ट्रीय उत्पाद के 85 प्रतिशत भाग का उत्पादन इन देशों द्वारा किया जाता है तथा वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत इन देशों द्वारा ही संपन्न किया जाता है।
जी-20 का मुख्यालय
जी-20 कोई स्थानीय सचिवालय व मुख्यालय नहीं है, सदस्य देशों में ही बारी-बारी से किसी देश में इसका शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाता है। आगामी शिखर सम्मेलन का मेजबान देश ही इस मंच के अध्यक्ष के रूप में जाना जाता है, इस दृष्टि से सऊदी अरब, जहां 2020 में शिखर सम्मेलन का आयोजन अब होना है, वर्तमान में जी-20 का अध्यक्ष हैं, वर्ष 2022, जो भारत की स्वतंत्रता का 75वां वर्ष होगा में इस समूह का शिखर सम्मेलन भारत में होना है।
क्रमांक. | तिथि | आयोजन स्थल |
1. | नवंबर 2008 | वाशिंगटन डी सी (अमरीका) |
2. | अप्रैल 2009 | लंदन (ब्रिटेन) |
3. | सितंबर 2009 | पिट्सबर्ग (अमरीका) |
4. | जून 2010 | टोरंटो (कनाडा) |
5. | नवंबर 2010 | सियोल (दक्षिण कोरिया) |
6. | नवंबर 2011 | कान (फ्रांस) |
7. | जून 2012 | लॉस काबोस (मैक्सिको) |
8. | सितंबर 2013 | सेंट पीटर्सबर्ग (रूस) |
9. | नवंबर 2014 | ब्रिस्बेन (आॅस्ट्रेलिया) |
10. | नवंबर 2015 | अंताल्या (टर्की) |
11. | सितंबर 2016 | हांगझू (चीन) |
12. | 7-8 जुलाई, 2017 | हैम्बर्ग (जर्मनी) |
13. | 30 नवंबर 1 दिसंबर, 2018 | ब्यूनस आयर्स (अर्जेंटीना) |
14. | 28-29 जून, 2019 | ओसाका (जापान) |
15 | 21-22 नवंबर, 2020 | रियाद (सऊदी अरब) |
16. | 2021 | इटली |
17. | 2022 | भारत |
0 Comments