राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

National Voters Day

प्रश्न : भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

(A) 23 जनवरी
(B) 24 जनवरी
(C) 25 जनवरी
(D) 26 जनवरी
उत्तर : 25 जनवरी

भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस  (National Voters Day: NVD) हर वर्ष 25 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिवस भारत के मतदाताओं द्वारा चुनावी प्रक्रिया में प्रभावी रूप से भाग लेने तथा इसके लिए मतदाताओं में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। ज्ञातव्य है कि वर्ष 2011 में 25 जनवरी को चुनाव आयोग की स्थापना (1950 में स्थापित) दिवस के अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति तिभा देवी सिंह पाटिल ने ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ का शुभारंभ किया था।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत
भारत निर्वाचन आयोग का गठन भारत के संविधान लागू होने से एक दिन पहले यानि 25 जनवरी को हुआ था। उसके एक दिन बाद ही 26 जनवरी 1950 को भारत एक 'गणतांत्रिक देश' बना और जिसके परिणामस्वरूप भारत में लोकतांत्रिक रूप से चुनाव कराने के लिए एक आयोग गठन की जरूरत थी। इसके बाद भारत सरकार ने 25 जनवरी 2011 को चुनाव आयोग की स्थापना दिवस के अवसर पर  पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने “राष्ट्रीय मतदाता दिवस” के रूप में घोषित कर दिया था।

क्यों मनाया जाता ये दिवस
मतदाताओं के पंजीकरण में वृद्धि करना।
निर्वाचन आयोग के अनुसार देश में 65 प्रतिशत आबादी युवाओं की है। इसलिए युवा मतदाताओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करना और सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार सुनिश्चित करना है।

राष्ट्रीय मतदाता दिवस का उद्देश्य
देश भर के सभी मतदान केंद्र वाले क्षेत्रों में प्रत्येक वर्ष उन सभी पात्र मतदाताओं की पहचान करना, जिनकी उम्र एक जनवरी को 18 वर्ष हो चुकी होगी। इस सिलसिले में 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज किए जाएंगे और उन्हें निर्वाचन फोटो पहचान पत्र सौंपे जाएंगे। पहचान पत्र बांटने का काम सामाजिक, शैक्षणिक व गैर-राजनीतिक व्यक्त‌ि करेंगे। इस मौके पर मतदाताओं को एक बैज भी दिया जाएगा, जिसमें लोगो के साथ नारा अंकित होगा 'मतदाता बनने पर गर्व है, मतदान को तैयार हैं।'

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