250 पर्यायवाची शब्द (Paryayvachi Shabd) हिंदी में

Paryayvachi Shabd
पर्यायवाची (Synonyms) - किसी शब्द के समान अथवा लगभग समान अर्थ का बोध कराने वाले शब्दों को पर्यायवाची शब्द (Paryayvachi Shabd) कहते हैं जैसे– फूल का पर्यायवाची – पुष्प, सुमन, प्रसून, पुहुप, कुसुम, लतान्त आदि, पर्यायवाची शब्दों को ‘प्रतिशब्द’ या ‘समानार्थी शब्द’ भी कहते हैं, क्योंकि ये समान अर्थ (लगभग समान अर्थ) व्यक्त करते हैं। किसी भी भाषा की सबलता के प्रतीक पर्यायवाची शब्द होते है। जिस भाषा में जितने ही अधिक पर्यायवाची शब्द होंगे वह भाषा उतनी ही अधिक समृद्ध होगी। इस दृष्टिकोण से हिन्दी सम्पन्न भाषा है।

अग्नि – अनल, हुताशन, पावक, ड्डशानु, आग, वैश्वानर आदि।
अमृत – सुधा, पीयूष, अमिय, सुरभोग, मधु, अमी, सोम आदि।
आँख – चक्षु, लोचन, दृग, नेत्र, नयन, अक्षि आदि।
आकाश – नभ, गगन, अम्बर, व्योम, तारापथ, अभ्र, अनन्त, अन्तरिक्ष, शून्य आदि।
आम – रसाल, सहकार, आम्रं, पिंक, बन्धु, अतिसौरभ आदि।
इन्द्र – शक, पुरन्दर, सुरपति, देवेन्द्र, सुरेश शचीपति, महेन्द्र, देवराज, मघवा आदि।
ईश्वर – परमेश्वर, परमात्मा, पारब्रह्म, परमेश, प्रभु, जगतपिता, जगन्नाथ, जगदीश आदि।
कमल – जलज, वारिज, नीरज, अम्बुज, अपंकरूह, सरोज, पंकज, सरसिज, नलिन, कुबलय, अरबिन्द, पद्म, उत्पल, पुण्डरीक, कंज, राजीव आदि।
कामदेव – मदन, मनसिजा, मन्मथ, अनंग, मार, काम, मनोज, सन्दर्प, पंचशर, स्मर, पुष्पधन्वा, मीनकेतु, रतिपति आदि।
गंगा – सुरसरि, मन्दाकिनी, भागीरथी, देवनदी, देवपगा, सुरसरिता, ब्रह्मद्रव, चिपथगा, जाहन्वी, विष्णु पदी आदि।
गरुड़ – खगेश, पन्नगारि, पन्नागाशन, हरियान, विष्णुरथ आदि।
गृह – सदन, आगार, आलय, निलय, निकेत, निकेतन, मन्दिर, भवन, आवास धाम, आयतन आदि।
चन्द्रमा – शशि, सुधाकर, राकापति, रजनीपति, ओषधीश, निशाकर, सुधांशु, हिमांशु, मृगांक, शशांक, हिमकर, कलाधर, क्षपाकर, इन्दु, सोम, चन्द्र, विधु, राकेश, द्विजराज आदि।
जंगल – कानन, अरण्य, विपिन, वन आदि।
जल – नीर, वारि, अम्बु, सलिल, तोय, उदक, जीवन, पय, अप आदि।
तालाब – सर, सरोवर, सरसी, जलाशय, तड़ाग, हृद, हद, ताल, पुष्कर, पद्माकर आदि।
पवन – वात, वायु, अनिल, समीर, मरुत आदि।
पार्वती – गिरिजा, शैलजा, शैलसुता, शिवा, भवानी, गौरा, उमा, अपर्णा, अम्बिका आदि।
पृथ्वी – भू, भूमि, मही, धरा, धारणी, मेदिनी, अचला, वसुधा, वसुन्धरा, अवनि आदि।
पेड़ – द्रुम, तरु, वृक्ष, पादप, पिटप, रूख आदि।
फूल – पुष्प, सुमन, प्रसून, पुहुप, कुसुम, लतान्त आदि।



ब्रह्मा – विधि, विधाता, प्रजापति, चतुरानन, हिरणयगर्भ, कमलासन, अज, कर्त्तार आदि।
महादेव – शंभु, शिव, पशुपति, शंकर, महेश्वर, भूतेश, चन्द्रशेखर, त्रिलोचन, नीलकण्ठ, कैलाशनाथ, गिरिजापति, गिरीश आदि।
मेघ – नीदर, वारिद, जलज, अम्बुद, पयोद, जलधर, पयोधर, जग-जीवन, घन आदि।
मोर – मयूर, केकी, कलापी, शिखण्डी, शिखी, नीलकण्ठ आदि।
यम – ड्डतांत, अन्तक, धर्मराज, जीवनपति, जीवितेश, सूर्यपुत्र, अर्कज, तरणिज, रविसुत आदि।
यमुना – अकंजा, तरणितनूजा, तरणिजा, कालिन्दी, कृष्ण, रविसुत आदि।
राजा – भूपति, महीपति, भूप, महीप, भूपाल, महीपाल, नरेश, नरेन्द्र, नृप आदि।
रात – निशा, विभावरी, क्षणदा, क्षपा, रजनी, राका, नैन, रात्रि, यामिनी, कादम्बरी आदि।
रामचन्द्र – रघुनाथ, रघुपति, रघुनन्दन, अवधेश, रावणारि, जानकी, वल्लभ, सीतापति, कौशल्यानन्दन, दशरथनन्दन आदि।
लक्ष्मी – कमला, श्री, इन्दिरा, हरिप्रिया, विष्णुप्रिया, रमा, समुद्रजा, पद्मासना आदि।
वाण – शर, विशिख, नाराच, आयुध, सायक, शिलीमुखी आदि।
विष्णु – रमापति, लक्ष्मीपति, हरि, नारायण, कमलापति, चतुर्भुज, हृषीकेश, जनार्दन, अच्युत, विश्वम्भर आदि।
समुद्र – नीरधि, वारिधि, जलधि, अम्बुधि, पयोनिधि, पयोधि, जलनिधि, रत्नाकर आदि।
सरस्वती – भारती, शारदा, वाणी, वीणापाणि, वीणावादिनी, महाश्वेता, ब्राह्मी, गिरा, वाक्र, वागीश आदि।
सूर्य – दिनकर, दिवाकर, रवि, अर्क, भास्कर, सविता, भानु, हँस, आदित्य आदि।
सोना – स्वर्ण, कंचन, हाटक, हिरण्य, सुवर्ण, कनक, हेम, जातरूप आदि।
स्त्री – अबला, कान्ता, रमणी, मानिनी, वनिता, कामिनी, कलत्र, प्रमदा, अंगना, नारी, ललना आदि।
हनुमान – वज्रांग, बजरंगी, पवनसुत, आंजनेय, कपीश, रामदूत, पवनपुत्र, मारुतनंदन आदि।
हाथी – जग, नाग, हस्ती, कुजर, सिन्धुर, द्विरद, वारण आदि।