क्या है 5G दूरसंचार नेटवर्क?


भारत में नवीनतम अन्वेषण लाने और 5जी पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करने के उद्देश्य से संचार प्रौद्योगिकी की प्रमुख वैश्विक कंपनी एरिक्सन ने 18 नवम्बर, 2017 को पहली बार 5जी का सजीव एंड-टू-एंड प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन एरिक्सन के 5जी टेस्ट बेड और 5जी न्यू रेडियो (एनआर) के द्वारा किया गया, जिसमें बेहद कम लेटेंसी 3 मिली सेकेंड के साथ 5.7 गीगा बाइट प्रति सेकेंड की स्पीड प्राप्त हुई।


इसके बाद भारती एयरटेल (भारत) तथा हुवावे (चीन) ने 22 फरवरी, 2018 को भारत में पहले 5G दूरसंचार नेटवर्क का ट्रायल सफलतापूर्वक किया। यह ट्रायल मानेसर, गुड़गांव (हरियाणा) में किया गया। यह ट्रायल छोटा था, किन्तु भारत में 5G दूरसंचार नेटवर्क की ओर यह एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले 5G दूरसंचार नेटवर्क में डाटा स्पीड 4G से 10 गुना अधिक तीव्र रहेगी।

वही, वैश्विक स्तर पर 5जी के साथ कदम मिलाने के मकसद से सरकार ने उच्चस्तरीय 5जी इंडिया 2020 फोरम का गठन किया है।

क्या है 5G दूरसंचार नेटवर्क? 
5G मोबाइल तथा इण्टरनेट सेवा की पांचवीं पीढ़ी है। इसकी स्पीड 4 से 5 GB प्रति सेकण्ड होगी। इसके आरम्भ होने के बाद इण्टरनेट उपयोगकर्ताओं को डाटा की हाई डेन्सिटी मिलेगी। बेहतर कवरेज के साथ तीव्र गति कार्यों को आसान करेगा। 5G की स्पीड अधिकतम 20 जीबी प्रतिम सेकण्ड तक मानी जा रही है। अप्रैल, 2008 में 'नासा' की साझीदार संस्था 'मशीन 2 मशीन इण्टेलीजेन्स (एम3एमआई) कॉर्प ने 5G दूरंसचार नेटवर्क की संकल्पना सामरे रखी। हुवावे, सैमसंग तथा टेलीफोनिका यूरोप ने 5G रिसर्च पर कार्य आरम्भ कर दिया है। 9 फरवरी, 2018 को दक्षिण कोरिया में '2018 विण्टर ओलम्पिक्स' के दौरान 5G दूरसंचार नेटवर्क को स्थापित किया गया है।



सैन मेरीनो 5G नेटवर्क आरम्भ करने वाला पहला देश बना
विश्व के कई देशों में 5G दूसंचार नेटवर्क का ट्रायल किया जा रहा है। यूएसए, दक्षिण कोरिया, चीन, जापान तथा भारत में 5G दूरसंचार नेटवर्क का सफल परीक्षण हो चुका है, किन्तु यूरोप के एक छोटे-से देश सैन मेरीनों में 5G दूरसंचार नेटवर्क ने कार्य करना आरम्भ कर दिया है। इटली के बीच में स्थित सैन मेरीनो का कुल क्षेत्रफल 61 वर्ग किमी है। इसे विश्व के प्राचीनतम गणराज्यों में से एक माना जाता है। सैन मेरीनों की कुल जनसंख्या 33203 है।
यह यूरोप का तीसरा सबसे छोटा देश है। सैन मेरीनो 'यूरोपीय संघ' का सदस्य नहीं है, किन्तु यहां मुद्रा 'यूरो' प्रचलित है।

5G टाइमलाइन 
– अप्रैल 2008 नासा ने एम2एमआई के साथ 5G के लिए साझेदारी की
– दिसम्बर 2008 दक्षिण कोरिया की कम्पनी ने 5G के लिए 'आरएण्डडी' प्रोग्राम आरम्भ किया।
– अगस्त 2012 न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में 5G वायरलेस कम्युनिकेशन के रूप में एनवाईयू वायरलेस की शुरूआत
– अक्टूबर 2012 युनिवर्सिटी आॅफ सर्रे (ब्रिटेन) में 5G अनुसंधान के लिए केन्द्र की स्थापना
– नवम्बर 2012 यूरोपीय संघ (ईयू) द्वारा ट्वेन्टी—ट्वेटी इंफॉर्मेशन सोसाइटी का गठन, जिसे 5G आॅपरेशन का कार्य सौंपा गया।
– फरवरी 2013 Vision 2020 के तहत आईटीयू द्वारा दो अध्ययन समिति स्थापित
– मई 2013 सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स द्वारा '5G' प्रणाली का विकास, जिसकी गति 10 गीगाबिट्स प्रति सेकण्ड थी।
– नवम्बर, 2013 'हुवावे' द्वारा 5G अनुसंधान पर $ 600 मिलियन निवेश की घोषणा
– जुलाई 2016 ईयू द्वारा 5G नवाचार हेतु विभिन्न कम्पनियों के साथ समझौता
– फरवरी 2018 दक्षिण कोरिया द्वारा 2018 शीत ओलम्पिक्स में 5G सेवा की शुरुआत
– मार्च 2018 भारत में 5G नेटवर्क का परीक्षण