इन्‍फोसिस के नए CEO का सालाना वेतन 16.25 करोड़ रुपये


भारत की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस के नए सीईओ सलिल सतीश पारेख को कुल 16.25 करोड़ रुपये का वेतन मिलेगा। पीटीआई के मुताबिक कंपनी पारेख को वेतन के तौर पर 6.5 करोड़ रुपये की निश्चित रकम देगी और वित्त वर्ष 2018-19 के आखिर में 9.75 करोड़ रुपये वेरियेबल सैलरी के रूप में देगी।


बंबई शेयर बाजार को दी गई नियामकीय सूचना में कंपनी ने कहा कि 6.5 करोड़ रुपये के नियत वेतन और 9.75 करोड़ रुपये के परिवर्तनीय वेतन के अतिरिक्त पारेख को 3.5 करोड़ रुपये के बराबर सीमित स्टॉक यूनिट (आरएसयू) या शेयर (पांच रुपये के फेस वैल्यु) मिलेगा। साथ ही 13 करोड़ रुपये का वार्षिक प्रदर्शन इक्विटी अनुदान दिया जाएगा। इस तरह कुल मिलाकर उन्हें पांच सालों के लिए 32.5 करोड़ (50 लाख डॉलर) का पैकेज दिया जा रहा है। पारेख का समग्र सालाना वेतन (50 लाख डॉलर) कंपनी द्वारा पूर्व सीईओ विशाल सिक्का को दिए गए 1.16 करोड़ डॉलर (72 करोड़ रुपये) से 45 फीसदी कम है। सिक्का इस पद पर एक अगस्त 2014 से 24 अगस्त 2017 तक रहे।

सलिल से पहले विशाल सिक्का इन्फोसिस के सीईओ थे, उन्हें वित्त वर्ष 2017 में 6.75 मिलियन डॉलर (करीब 42 करोड़ रुपये) सैलरी दी गई थी जिसपर काफी विवाद भी हुआ था। सलिल ने नियुक्ति के लिए जो कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है, उसके मुताबिक वह इस्तीफा देने के छह महीने बाद तक किसी प्रतिद्वंद्वी कंपनी में काम नहीं कर सकते। इसके साथ ही अगर उन्होंने दिया गया मिनिमम टारगेट अचीव नहीं किया तो उनको मिलने वाली सैलरी में कुछ कटौतियां भी की जाएंगी।

कप जेमिनाइ के पूर्व एग्जिक्युटिव पारेख को भारतीय आईटी आउटसोर्सिंग इंडस्ट्री में लगभग तीन दशकों का अनुभव है साथ ही उन्होंने उत्तर अमेरिका और यूरोप के क्लाइंट्स को भी संभाला हुआ है जिससे उनका पक्ष मजबूत हुआ।

वहीं विप्रो के सीईओ अबीदाली नीमचवाला को 2 मिलियन डॉलर यानी करीब 12 करोड़ 68 लाख रुपये से कुछ ज्यादा मिल रहे हैं।