जानिये, अबतक के नोबेल पुरस्कार प्राप्त भारतीय


नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) की शुरुआत वर्ष 1901 से हुई और इसे एल्फ़्रेड नोबेल (Alfred Nobel) के नाम पर रखा गया है। एल्फ़्रेड नोबेल (Alfred Nobel) स्वीडन के निवासी थे, जिन्होंने डायनामाईट (Dynamite) का आविष्कार किया था। नोबेल पुरस्कार भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry), चिकित्सा विज्ञान (Physiology or Medicine), साहित्य (Literature) और शांति (Peace) के क्षेत्र में उत्कर्ष कार्यों के लिए दिये जाते हैं।


भारत के केवल पांच नागरिकों को ही नोबेल पुरस्कार से अब तक सम्मानित किया गया है। इनमें बाल अधिकारों के लिए संघर्षरत् रहे कैलाश सत्यार्थी व समाजसेवी मदर टेरेसा को शांति के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार मिला था। कैलाश सत्यार्थी को 2014 में तथा मदर टेरेसा को 1979 में यह पुरस्कार मिला था। नोबेल पुरस्कार जीतने वाले अन्य तीन भारतीय रबीन्द्रनाथ टैगोर (1913 में साहित्य के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार), सी.वी. रमन (1930 में भौतिकी के क्षेत्र का पुरस्कार) व प्रो. अमर्त्य सेन (1998 में अर्थशास्त्र के क्षेत्र का पुरस्कार) हैं। इनके अतिरिक्ति भारतीय मूल के हरगोबिन्द खुराना को 1968 में चिकित्सा के क्षेत्र का, एस. चन्द्रशेखर को 1983 में भौतिकी के क्षेत्र का तथा वेंकटरमन रामकृष्णन को 2009 में रसायन विज्ञान के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार मिला, किन्तु यह तीनों पुरस्कार की घोषणा से पूर्व ही अमरीकी नागरिकता ग्रहण कर चुके थे। भारतीय मूल के ही वी.एस. नायपॉल को 2001 में साहित्य के क्षेत्र का नोबेल पुरस्कार मिला था, किन्तु वह त्रिनिडाड एवं दुबेगो के नागरिक थे।

 नोबेल पुरस्कार पाने वाले भारतीय/भारतीय मूल के व्यक्ति
 ● रबीन्द्रनाथ टैगोर, 1913 – साहित्य
● सी.वी. रमन, 1930 – भौतिकी
● हरगोबिन्द खुराना,* 1968 – चिकित्सा
● मदर टेरेसा, 1979 – शान्ति
● एस चन्द्रशेखर,* 1983 – भौतिकी
● अमर्त्य सेन, 1998 – अ​र्थशास्त्र
● वी.एस. नायपॉल, 2001 – साहित्य
● वेंकटरमन रामकृष्णन,* 2009 – रसायन विज्ञान
● कैलाश सत्यार्थी, 2014 – शान्ति

 * हरगोबिन्द खुराना, एस. चन्द्रशेखर व वेंकटरमन रामकृष्णन पुरस्कार की घोषणा से पूर्व ही अमरीकी नागरिकता ग्रहण कर चुके थे, जबकि वी.एस. नायपॉल त्रिनिडाड एवं दुबेगो के नागरिक थे तथा उनके पूर्वज भारत से वहाँ जा बसे थे।