आईसीसी अध्यक्ष पद से शशांक मनोहर का इस्तीफा


निजी कारणों से 15 मार्च को पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर ने अतंरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। वे इस पद पर मई 2016 को निर्विरोध निर्वाचित हुए थे। ये पहले स्वतंत्र चेयरमैन बने थे। उन्होंने दो साल के लिए इस पद बने रहने के लिए हस्ताक्षर किया था। वह सिर्फ आठ महीने के लिए इस पद पर रहे। उनका दो साल का कार्यकाल मई, 2018 में समाप्त होना था।




उनके स्थान पर अब नए चेयरमैन की घोषणा जल्दी की जाएगी। 59 साल के मनोहर को पिछले साल सर्वसम्मति से आईसीसी चेयरमैन बनाया गया था।

पिछले साल आईसीसी के चेयरमैन पद पर नियुक्त होने के बाद से ही मनोहर ने बीसीसीआई, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा उनकी शक्तियों को अधिक इस्तेमाल किए जाने पर अंकुश लगाने की कोशिश की थी। आईसीसी ने पिछले माह संशोधन के साथ नए संविधान को सैद्धांतिक रूप से पास किया था, जिसमें बीसीसीआई, सीए और ईसीबी को मिली अतिरिक्त वित्तीय शक्तियों और प्रभाव में सुधार किया गया था।

शशांक मनोहर दो बार से बीसीसीआई के अध्यक्ष रह चुके हैं। वह पहली बार 2008 में अध्यक्ष बने थे और 2011 तक अध्यक्ष रहे थे। वहीं उसके बाद आईपीएल में फिक्सिंग की चर्चाओं के दौरान उन्हें 2015 में अध्यक्ष बनाया गया था, वह मई 2016 तक बीसीसीआई अध्यक्ष रहे थे।

मनोहर ने पिछले साल बीसीसीआई अध्यक्ष पद छोड़ दिया था और इसका कारण यह बताया था कि वह लोढा समिति की सिफारिशों को जस का तस लागू कराने में अक्षम हैं।

पेशे से वकील शशांक मनोहर 2008 से 2011 के बीच पहली बार बीसीसीआई के अध्यक्ष बने थे। अक्टूबर 2015 को जगमोहन डालमिया के निधन के बाद उन्हें फिर बीसीसीआई के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई थी। उसके बाद आईसीसी के अध्यक्ष का चु्नाव लड़ने के लिए बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था।