'पश्चिम बंगाल' का नाम बदलकर होगा 'बंगाल'


पश्चिम बंगाल सरकार ने 2 अगस्त को राज्य का नाम बदलकर अंग्रेजी भाषा में ‘बंगाल, और बांग्ला भाषा में ‘बंग’ या ‘बांगला’ रखने का प्रस्ताव दिया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया।

पश्चिमी बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, हमारी संस्कृति, परंपरा और हमारे हितों को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल की बैठक में पश्चिम बंगाल का नया नाम अंग्रेजी भाषा में ‘बंगाल’ और बांग्ला भाषा में ‘बंग’ या ‘बांगला’ रखने का प्रस्ताव दिया गया। उन्होंने ओडिशा जैसे दूसरे राज्यों और मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई जैसे शहरों का उदाहरण देते हुए कहा कि बंगाल शब्द से राज्य की संस्कृति एवं विरासत जुड़ी हुई है, इसलिए इसे बदलने का फैसला किया गया। नाम बदलने का एक और कारण यह है कि जब भी सभी राज्यों की कोई बैठक होती है, पश्चिम बंगाल अंग्रेजी वर्णमाला क्रमानुसार सबसे नीचे आता है।

इस विधेयक के विधानसभा में पारित होने के बाद इसे मंजूरी के लिए संसद के समक्ष भेजा जाएगा। इससे पहले राज्य सरकार ने केंद्र के पास पश्चिम बंगाल का नाम बदलकर पश्चिम बंगो करने का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन उसे मंजूरी नहीं मिली।

गौरतलब है कि आजादी के वक्त बंगाल दो भागों में बंट गया था, पश्चिम बंगाल और पूर्वी बंगाल। विभाजन के समय पश्चिम बंगाल भारत के हिस्से में आया जबकि पूर्वी बंगाल पाकिस्तान के हिस्से में चला गया। सन 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान दो टुकड़ों में बंट गया और पूर्वी बंगाल उससे अलग होकर बंगलादेश बन गया।

कब-कब बदले नाम
वर्ष – राज्य/केंद्र शासित प्रदेश
1950 – पूर्वी पंजाब से पंजाब (बाद में हिमाचल, हरियाणा अलग हुए)
1950 – यूनाइटेड प्रोविंसस से उत्तर प्रदेश
1956 – हैदराबाद में आंध्र प्रदेश
1956 – त्रावणकोर-कोचिन से केरल
1959 – मध्य भारत से मध्य प्रदेश
1969 – मद्रास स्टेट से तमिलनाडु
1973 – मैसूर से कर्नाटक
1973 – लकादीव, मिनीकॉय और अमनदीवी द्वीप से लक्षद्वीप
2006 – पोंडीचेरी से पुडुचेरी
2007 – उत्तरांचल से उत्तराखंड
2011 – उड़ीसा से ओडिशा