भारतवंशी हरपाल सिंह को नाइटहुड सम्मान मिला

भारतीय मूल के एक शीर्ष कैंसर अनुसंधान विशेषज्ञ हरपाल सिंह कुमार को कैंसर के उपचार और उसकी रोकथाम में 'प्रभावशाली' काम के लिए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने नाइटहुड से नवाजा। उनका नाम 31 दिसंबर, 2015 को जारी वार्षिक 'न्यूईयर्स ऑनर्स' सूची में शामिल किया गया ।

कैंसर संबंधी शोध में निभाई अहम भूमिका
कैंसर रिसर्च के मुख्य कार्यकारी हरपाल सिंह कुमार के प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि उन्हें कैंसर संबंधी अनुसंधान में उनकी सेवाओं और 'कैंसर से जुड़ी देखभाल और कैंसर की रोकथाम, उसके शीघ्र निदान और उपचार में अनुसंधान को प्रोत्साहित करने में अत्यधिक प्रभावशाली भूमिका' निभाने के लिए सम्मानित किया गया है।

इसमें कहा गया है, 'सीआरयूके की आय और अनुसंधान पर खर्च इस समय पहले की तुलना में सर्वाधिक है। उनके नेतृत्व में इसने धूम्रपान कम करने और 18 से कम आयु के लोगों के लिए सनबैड प्रतिबंधित करने की दिशा में कदम उठाने के लिए सरकार पर दबाव बनाने में अहम भूमिका निभाई है।'

हरपाल ने 'इंडिपेंडेट कैंसर टास्कफोर्स' की अध्यक्षता की। वह एनएचएस कैंसर स्ट्रैटेजी 'अचीविंग वर्ल्ड क्लास कैंसर आउटकम: ए स्टैटेजी फॉर इंग्लैंड 2015—20' का लेखन किया। उन्होंने विश्व के अग्रणी बायोमेडिकल रिसर्च एवं इंनोवेशन सेंटर 'फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट' की स्थापना में अहम भूमिका निभाई।