सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी 100 फाइलें जारी

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जंयती (23 जनवरी) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार में उनसे जुड़ीं करीब सौ गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक कर दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने नेताजी को समर्पित netajipapers.gov.in का भी लोकार्पण किया, जिस पर ये सारे दस्तावेज जारी कर दिए गए हैं। फाइलें सार्वजनिक होने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि नेताजी की मौत के रहस्य से पर्दा उठ सकता है।

अब सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस से संबंधित 25 फाइलों की डिजिटल कॉपी को हर महीने सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध कराने की योजना बनाई है।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 100 गोपनीय फाइलें सार्वजनिक होने के बाद कुछ खुलासे इस प्रकार हैं–
- कांग्रेस नेताजी की बेटी को 6 हजार रुपए सलाना देती थी।
- नेतीजी की बेटी को कांग्रेस 1964 तक पैसे देती रही।
- नेताजी की दो बेटियों की शादी के बाद कांग्रेस ने पैसे देने बंद कर दिए।
- 1965 से कांग्रेस ने नेताजी के बेटी को पैसे नहीं दिए।
- नेताजी की पत्नी ने पैसे लेने से मना कर दिया था।

जबकि कुछ के जवाब सामने आने है कि–
● नेताजी सुभाष चंद्र बोस जांच कमेटी की 11 सितंबर, 1956 की रिपोर्ट में कहा गया था कि नेताजी की मौत 18 अगस्त 1945 को प्लेन क्रैश में हुई।
● जापान की हार जब तय दिखने लगी तो नेताजी ने रूस जाने करने तैयारी कर ली। वह 16 अगस्त 1945 को प्लेन से बैंकॉक से मंचूरिया के लिए निकल गए।
● प्लेन 18 अगस्त को ताईहोकू में क्रैश हो गया और नेताजी बुरी तरह जल गए। उन्हें उसी रात ताईहोकू हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, पर बचाया न जा सका।
● ताईहोकू में ही उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। अस्थियां सितंबर में टोक्यो लाई गईं और रेंकोजी मंदिर में रखी गईं। प्रत्यक्षदर्शियों उनके कपड़े जलते देखे।

ये थे नेताजी के अंतिम शब्दः 'लोगों को बताना कि मैं अपने देश की आजादी के लिए आखिरी सांस तक लड़ा। उन्हें यह लड़ाई जारी रखनी है और मुझे पूरा भरोसा है कि भारत जल्द ही आजाद हो जाएगा। अब भारत को कोई भी गुलाम बनाकर नहीं रख सकता।'