गणतंत्र दिवस पर ओलांद होंगे मुख्य अतिथि

फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद अगले महीने 26 जनवरी, 2016 को भारत के 67वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य ​अतिथि होंगे। फ्रांस ने भारत की ओर से भेजे गए आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। 16 दिसंबर को आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा की गई। यह पांचवीं बार होगा, जब कोई फ्रांसीसी राष्ट्रपति भारत के गणतंत्र समारोह में मुख्य अतिथि होगा। साथ ही, भारत के 1998 में परमाणु परीक्षण करने के बाद फ्रांस पहला देश था, जिसने भारत के साथ रणनीतिक भागीदारी की थी।

यूरोप में भारत के सबसे बड़े सामरिक साझेदार फ्रांस के राष्ट्रपति का मुख्य अति​थि बनना कई लिहाज से अहम माना जा रहा है। अमेरिका की तरह फ्रांस भी संयुक्त राष्ट्र भी संयुक्त राष्ट्र का स्थायी सदस्य है।

इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा बतौर मुख्य अतिथि आए थे। इस दौरान वे राजपथ पर झाकियों और परेड का गवाह बने थे। उनके साथ उनकी पत्नी मिशेल ओबामा भी आई थीं।

याद रहे कि, फ्रांस भारत में शीर्ष निवेशक देशों में है। सामारिक और आ​र्थिक मामलों के अलावा फ्रांस और भारत द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से ही रक्षा, अंतरिक्ष और नाभिकीय क्षेत्र में अहम साझेदार हैं। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद बराक ओबामा इस साल गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि बनने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे। जबकि फ्रांस्वा ओलांद मुख्य अतिथि बनने वाले फ्रांस के तीसरे राष्ट्रपति होंगे। इससे पहले निकोलस सरकोजी और जैक्स सिराक को मुख्य अतिथि बनने का सम्मान मिल चुका है।

गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि 
वर्ष 2015 - बराक ओबामा (अमेरिकी राष्ट्रपति)
वर्ष 2014 - शिंजो अबे (जापानी प्रधानमंत्री)
वर्ष 2013 - भूटान नरेश
वर्ष 2012 - यिंगलक शिनवात्रा (थाईलैंड की पहली महिला प्रधानमंत्री)
वर्ष 2008 - निकोलस सरकोजी (फ्रांस के राष्ट्रपति)
वर्ष 2007 - व्लादिमीर पुतिन (रूस के राष्ट्रपति)
वर्ष 2006 - अब्दुल्ला बिन अब्दुल अजीज अल सऊद (सऊदी शाह)
वर्ष 2003 - मोहम्मद खातमी (ईरान के राष्ट्रपति)
वर्ष 1950 - सुकर्णो (इंडोनेशिया के राष्ट्रपति-पहले समारोह में पहुंचे)