क्षुद्र ग्रह को दिया मलाला यूसुफजई नाम

सबसे कम उम्र में शांति नोबल पुरस्कार विजेता और बालिका शिक्षा के लिए अभियान चलाने वाली मलाला यूसुफजई के नाम पर एक क्षुद्र ग्रह का नाम रखा गया है।

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 2010 में मिले क्षुद्र ग्रह 316201 का नामकरण मलाला के नाम पर किया है। खगोल जगत में यह क्षुद्र ग्रह ‘316201-मलाला’ और ‘2010-एमएल-48’ नाम से जाना जाएगा। ज्ञात हो कि 316201 की खोज 2010 में कैलिफोर्निया में नासा की जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी में तैनात डॉक्टर एमी मेंजर ने की थी। इस लिहाज से क्षुद्र ग्रह के नामकरण का अधिकार भी उन्हीं को था।

ये ग्रह आकार में चार किलोमीटर की परिधि का है। ‘316201-मलाला’ मंगल और बृहस्पति ग्रहों की मुख्य एस्टेरॉइड शृंखला में स्थित है और सूर्य की परिक्रमा पूरा करने में 5.5 सालों का समय लेता है।

ज्ञात हो कि, अक्तूबर 2012 में पाकिस्तान की स्वात घाटी में एक स्कूल बस में जा रही मलाला को गोली मार दी गई थी। मलाला यूसुफजई पहली बार सुर्खियों में वर्ष 2009 में आईं जब 11 साल की उम्र में उन्होंने तालिबान के साए में ज़िंदगी के बारे में गुल मकाई नाम से बीबीसी उर्दू के लिए डायरी लिखना शुरू किया।

भारतीयों को भी मिला चुका है सम्मान
2009 मेंं बॉलीवुड अ​भिनेता शाहरुख खान के जन्मदिन पर चंद्रमा के एक गड्डे का नाम ‘क्रेटर एसआर खान’ रखा गया। 55753-रमन (सीवी रमन), 7855-टैगोर (रबींद्रनाथ टैगोर) 4538-विश्यानंद (विश्वनाथन आनंद) नाम से क्षुद्र ग्रह भी ब्रहमांड में मौजूद है।

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