क्या है मूडीज रेटिंग और उसके मायने - Moodys Ratings


मूडीज रेटिंग : मूडीज अमेरिकी अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट एजेंसी है। यह बांड जारी करने, कर्ज पात्रता या कर्ज भुगतान की क्षमता को रैंक देती है। मूडीज किसी देश के लिए अपनी रेटिंग तय करने से पहले काफी अनुसंधान करती है। वहां की आर्थिक स्थिति, अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए सरकार के प्रयास समेत तमाम पहलुओं पर उसके 100 से भी अधिक आर्थिक विशेषज्ञ खोजबीन करते हैं। इसके बाद वे किसी देश की रेटिंग तय करते हैं।


 मूडीज दुनिया की तीन बड़ी क्रेडिट एजेंसियों में है। इसके अलावा दो अन्य एजेंसियां स्टैडर्ड एंड पूअर्स और फिच है।



रेटिंग से फायदा : अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग अच्छी हो तो उस देश की सरकार ही नहीं, वहां कारोबार कर रही कंपनियों और आम नागरिकों को भी फायदा मिलता है। अंतर्राष्ट्रीय फंडिंग एजेंसिया जैसे विवश बैंक या दूसरे स्त्रोतों से सरकारों को कम ब्याज दर पर कर्ज मिलता है। जब सरकारों को कर्ज के लिए कम ब्याज चुकाना होगा, तो वे जन कल्याण और शिक्षा-स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं पर ज्यादा खर्च सकेंगी, जिसका सीधा फायदा आम आदमी को मिलेगा। कारोबारियों को भी कम ब्याज दर पर कर्ज मिलेगा और वे निवेश आकर्षित कर सकेंगे, जिससे वे ज्यादा रोजगार के अवसर मुहैया करा सकेंगे।

यह भी जानें : मूडीज (Moody's) क्या है? 

मूडीज की रेटिंग और उसके मायने
एएए उच्चतम गुणवत्ता सबसे कम क्रेडिट रिस्क
एए1, एए2, और एए3 उच्च गुणवत्ता बेहद कम क्रेडिट रिस्क
ए1, ए2 और ए3 उच्च माध्यम ग्रेड और कम खतरा
बीएए1, बीएए2 और बीएए 3 विचार योग्य और मध्यम क्रेडिट जोखित
बीए1, बीए2 और बीए3 विचार योग्य और काफी खतरा
बी1, बी2 और बी3 विचार योग्य और उच्च खतरा
सीएए1, सीएए2, सीएए3 खराब गुणवत्ता और उच्च खतरा
सीए दिवालिया होने के करीब, वसूली की गुंजाइश
सी दिवालिया, वसूली की कोई गुंजाइश नहीं

पांच बड़े देशों की क्रेडिट रेंटिंग

अमेरिका – एएए
जर्मनी – एएए
जापान – ए1
ब्रिटेन – एए2
चीन – ए1