शिंजो आबे फिर चुने गए जापान के प्रधानमंत्री

जापान में 22 अक्टूबर को हुए मध्यावधि चुनाव में प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने शानदार जीत हासिल कर ली है। आबे के एलडीएफ नेतृत्व वाले गठबंधन को संसद के निचले सदन में दो तिहाई बहुमत मिल गया है। निजी प्रसारक टीबीएएस के अनुमान के अनुसार आबे के कंजरवेटिव गठबंधन को संसद की 465 सीटों में से 311 सीटें मिल रही हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिंजो आबे को फिर से प्रधानमंत्री चुने जाने पर बधाई दी। साथ ही उन्होंने कहा कि वह दोनों देशों के बीच संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने को लेकर बहुत उत्सुक हैं।


मोदी और आबे के बीच संबंध बहुत अच्छे हैं और पिछले तीन वर्षों में दोनों नेताओं की कई बार भेंट हुई है। गुजरात में हाल ही में आयोजित एक वार्षिक सम्मेलन में आबे ने मोदी के साथ भाग लिया था।

इससे प्रधानमंत्री शिंजो आबे को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में मदद मिल सकती है। साथ ही उत्तर कोरिया पर उनके पहले से कड़े रूख को मजबूत करने में मदद मिल सकती है। ननिजी प्रसारक टीबीएएस के अनुमान के अनुसार शिंजो आबे की कंजर्वेटिव 'लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी' (LDP) के नेतृत्व वाले गठबंधन को संसद की 465 सीटों में से 311 सीटें मिल रही हैं। इस चुनाव में बहुमत के लिए 233 सीटों पर जीत जरूरी है।

आबे की लिबरल डेमोक्रैटिकट पार्टी (एलडीपी) को कमजोर विपक्ष का फायदा हुआ है। उनके सामने खडी दो प्रमुख पार्टियां कुछ सप्ताह पहले ही बनीं। कुछ हफ्ते पहले तोक्यो की गवर्नर यूरिको कोइके ने पार्टी ऑफ होप का गठन किया था। इस पार्टी को 50 सीटें मिलने का अनुमान है।

जापान में चुनाव
जापान में यह 48वां आम चुनाव है। जापानी संसद (डायट) के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के लिए चार साल पर चुनाव होता है।