मनोज कुमार को 2015 का दादासाहेब फाल्के पुरस्कार

भारत कुमार के नाम से मशहूर अभिनेता-निर्माता और निर्देशक मनोज कुमार (78) को वर्ष 2015 के दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। मनोज कुमार पुरस्कार पाने वाली 47वीं हस्ती होंगे। सिनेमा के इस सर्वोच्च सम्मान के तहत एक स्वर्ण कमल, 10 लाख नकद और एक शॉल दी जाती है।

78 वर्षीय मनोज कुमार 1957 से 1995 तक फिल्मों में सक्रिय रहे। उनकी कई फिल्में देश​भक्ति की भावनाओं से ओतप्रोत रहीं। उपकार फिल्म के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था। भारत सरकार ने उन्हें 1992 में पद्मश्री प्रदान किया था। उन्होंने हरियाली और रास्ता, वो कौन थी, हिमालय की गोद में, दो बदन, उपकार पत्थर के सनम, नील कमल, पूरब और पश्चिम, रोटी कपड़ा और मकान और क्रांति जैसी यादगार फिल्में बनाईं। उन्होंने देश​भक्ति वाली फिल्मों का निर्माण-निर्देशन ही नहीं किया, बल्कि उनमें अभिनय भी किया।

मनोज कुमार : एक परिचय
पूना नाम : हरीकृष्ण गिरी गोस्वामी
जन्म तिथि : 24 जुलाई, 1937
जन्म ​स्थान : एबटाबाद प्रांत, (पाकिस्तान)
व्यवसाय : अभिनेता, निर्देशक और निर्माता
पत्नी का नाम : शशी गोस्वामी (पत्नी), दो बेटे विशाल और कुनाल, राजीव गोस्वामी (भाई)

सर्वोच्च सम्मान : 1992 पद्मश्री
राष्ट्रीय सम्मान : 2008 राष्ट्रीय किशोर कुमार अवार्ड
2010 राष्ट्रीय राजकपूर अवार्ड
प्रमुख फिल्में : हिमालय की गोद में, हरियाली और रास्ता, वो कौन थी, शहीद, गुमानाम, दो बदन, साजन, पत्थर के सनम, अनिता, नील कमल, आदमी, पूरब और पश्चिम, बेईमान, शोर मेरा नाम जोकर, सन्यासी, दस नंबरी, क्रांति।
प्रमुख गीत : चांद सी महूबबा..., पत्थर के सनम..., कोई जब तुम्हारा..., मेदे देश की धरती..., भारत का रहने वाला हूं..., तौबा ये मतवाली चाल..., दीवानों से ये मत पूछो...

राष्ट्रीय अवार्ड : 1968 में फिल्म उपकार को बेस्ट फीचर फिल्म अवार्ड
फिल्म फेयर अवार्ड :
1968 में उपकार को सर्वश्रेष्ठ फिल्त, सर्वश्रेष्ठ डायरेक्टर, सर्वश्रेष्ठ कहानी, सर्वश्रेष्ठ संवाद अवार्ड
1975 में रोटी कपड़ा और मकान के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का अवार्ड
1999 में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड
अंतरराष्ट्रीय सम्मान : 2012 में अमेरिका के न्यूजर्सी शहर में भारत गौरव अवार्ड से सम्मानित किए गए