हीरो ग्रुप के संस्थापक बृजमोहन मुंजाल का निधन

प्रख्यात उद्योगपति और दुनिया की सबसे बड़ी टू-वहीलर कंपनी हीरोमोटोकॉर्प (हीरो ग्रुप) के संस्थापक और चेयरमैन बृजमोहन लाल मुंजाल (Brijmohan Lal Munjal) का 1 नवम्बर, 2015 का निधन हो गया। वे 92 साल के थे।

पद्म भूषण से सम्मानित बृजमोहन मुंजाल ने कारोबार में सक्रिय भूमिका इस साल की शुरुआत में छोड़ दी थी और चार अरब डॉलर वाले हीरो समूह के अवकाशप्राप्त अध्यक्ष बन गए थे। वह गैर कार्यकारी सदस्य के रूप में कंपनी के बोर्ड में थे। औपचारिक रूप से वर्ष 1956 में अस्तिव में आए हीरोग्रुप ने 1940 के दशक के प्रारंभ में ही चार भाइयों द्वारा साइकिल निर्माता के रूप में अपनी गतिविधियां प्रारंभ की थी। मुंजाल का जन्म 1923 में वर्तमान पाकिस्तान के कमालिया में हुआ था।

भारत की आजादी के बाद मुंजाल बंधुओं ने लुधियाना में साइकिल उपकरण बनाने का छोटा सा कारोबार शुरू किया और बाद में देश में सबसे बड़े कारोबारी ग्रुपों में से बन गए। मुंजाल की अगुवाई में हीरो समूह कई मामलों में प्रथम रहा। हीरो ग्रुप लगातार 14 वें साल दुनिया की सबसे बड़ी दोपहिया वाहन कंपनी है।

बृजमोहन लाल मुंजाल ने हीरो ग्रुप को कई मायनों में पहले पायदान पर पहुंचाया। उनकी ही अगुआई में ही वर्ष 1984 में जापानी कंपनी होंडा के साथ संयुक्त उद्यम कंपनी के रूप में हीरो होंडा अस्तित्व में आई थी। हालांकि, बाद में होंडा से 2011 में अलगाव हो गया। समूह की दूसरी कंपनी हीरो साइकिल्स वर्ष 1986 से सबसे बड़ी साइकिल निर्माता है।

बृजमोहन लाल मुंजाल को भारत सरकार द्वारा साल 2005 में व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में योगदान को देखते हुए पद्म भूषण से सम्मानित किया था। इसके अलावा वह सीआइआइ, सियाम, पीएचडी चैंबर जैसे कई उद्योग संगठनों के भी अगुआ रहे। उन्होंने दयानंद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, लुधियाना स्टॉक एक्सचेंज और लुधियाना एविएशन क्लब जैसी कई संस्थाओं की भी स्थापना की।

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