भारत-बांग्लादेश भूमि सीमा विधेयक पास


भारत और बांग्लादेश के बीच कुछ बस्तियों और भूमि क्षेत्रों के आदान-प्रदान को मंजूरी देने वाले ऐतिहासिक संविधान संशोधन विधेयक को  संसद ने 7 मई, 2015 को सर्वसम्मति से अपनी मंजूरी दे दी। राज्यसभा में यह 6 मई को सर्वसहमति से पारित हुआ था। विधेयक के पारित होने से 41 साल पुराना भारत-बांग्लादेश सीमा से जुड़ा मुद्दा सुलझ जाएगा।

लोकसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इसके लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रेय देते हुए कहा कि यह विधेयक यूपीए के शासनकाल में लाया गया था। विदेश मंत्री ने कहा कि 6 मई, 1974 को भारत और बांग्लादेश के बीच हुए जमीन हस्तांतरण समझौते को प्रभावी बनाने के लिए संविधान की पहली अनुसूची को संशोधित किया गया है। इसे 2013 में संसद में पेश किया गया था। 2011 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भूमि हस्तांतरण समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसे भूमि सीमा समझौता (एलबीए) के रूप में जाना जाता है। यह संविधान का 119वां संशोधन है। समझौते के लागू होने पर अगर बांग्लादेशी इलाके में रहने वाले भारतीय नागरिक वहीं पर रहना चाहते हैं तो उन्हें बांग्लादेश की नागरिकता दी जाएगी और अगर वे भारतीय इलाके में आते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा। इसी तरह क्षेत्र में रहने वाले बांग्लादेशी नागरिक वहीं पर रहना चाहते हैं तो उन्हें भारत की नागरिकता दी जाएगी। इस विधेयक में बांग्लादेश के साथ असम, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मेघालय के क्षेत्रों के आदान-प्रदान के समझौते को क्रियान्वित करने का प्रावधान है।

समझौते को क्रियान्वित करने के बाद बांग्लादेश की सीमा से भारत में आने वाले करीब 30 हजार लोगों के पुनर्वास के लिए केंद्र सरकार ने 3008 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की है। यह राशि पश्चिम बंगाल सरकार को दी जाएगी।

भूमि की अदला बदली में क्षेत्र जो भारत को मिलेंगे
पश्चिम बंगाल : बेरूबाड़ी, सिंहपाड़ा-खुदीपाड़ा (पंचागढ़-जलपाईगुड़ी), पकुरिया (कुशतिया-नदिया), चार महीशकुंडी, हरिपाल/एलएन पुर
मेघालय : पिरदीवाह, लिंगखत 1, लिंगखत 2, लिंगखत 3, डावकी / तरनाबिल, नलजुड़ी 1, नलजुड़ी 3
त्रिुपरा : चंदानगर (मौलवी बाजार)
क्षेत्र जो बांग्लादेश को जाएंगे
पश्चिम बंगाल : बोसुमारी-मधुगढ़ी (कुशतिया-नदिया), आंधारकोटा
बेरूबाड़ी (पंचागढ़-जलपाईगुड़ी)
मेघालय : लोबाचेरा-ननचेरा
असम : ठाकुरानीबाड़ी- कालाबाड़ी/बोरोईबाड़ी (कुरीग्राम-धुब्री), पल्लाथाल (मौलवी बाजार-करीमगंज)

इसमें कितनी भूमि बांग्लादेश से भारत के पास आएगी और कितनी भारत से बांग्लादेश के पास जाएगी।
- 510 एकड़ जमीन भारत को बांग्लादेश देगा
- 10,000 एकड़ जमीन बांग्लादेश को भारत देगा

भारत के पास आएगी भूमि (आंकड़े-एकड़ में)
पश्चिम बंगाल बेरूबाड़ी, सिंगपाडा़, खुदीपाड़ा (पंचागढ़-जलपाईगुड़ी) 1374.99, पकुडिय़ा-536.36 चार महिषकुंडी-393.33 हरीपल-53.37 (कुल-2398.05), मेघालय 240.578, त्रिपुरा 138.41 कुल योग 2,777.038
बांग्लादेश को जाने वाली भूमि
पश्चिम बंगाल बोशूमढ़ी-मधुगड़ी-1358.25 आंध्राकोट-338.79 बेरूबाड़ी (पंचागढ़ -जलपाईगुड़ी)-260.55, कुल-1,957.59
मेघालय-41.702, असम-268.39, कुल योग 2,267.682 

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