ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता 1965 से 2022 तक | Jnanpith Award Winners

jnanpith award winners
Jnanpith Award Winners Hindi : भारतीय ज्ञानपीठ न्यास द्वारा 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' भारतीय साहित्य के लिए दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है। इसमें पुरस्कार स्वरूप 11 लाख रुपये, प्रशस्तिपत्र और वाग्देवी की कांस्य प्रतिमा दी जाती है। प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार 1965 में मलयालम लेखक जी शंकर कुरुप को प्रदान किया गया था। जिसके उपरान्त अब तक 54 लेखकों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है, जिसकी सूची निम्न प्रकार से है–

वर्ष ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित साहित्यकार
1965 (प्रथम)– जी शंकर कुरुप (मलयालम)
1966 (द्वितीय)– ताराशंकर बंधोपाध्याय (बांग्ला)
1967 (तृतीय)– (1) के.वी. पुत्तपा (कन्नड़) एवं (2) उमाशंकर जोशी (गुजराती)
1968 (चतुर्थ)– सुमित्रानंदन पंत (हिन्दी)
1969 (5वाँ)– फ़िराक गोरखपुरी (उर्दू)
1970 (6वाँ)– विश्वनाथ सत्यनारायण (तेलुगु)
1971 (7वाँ)– विष्णु डे (बांग्ला)


1972 (8वाँ)– रामधारी सिंह दिनकर (हिन्दी)
1973 (9वाँ)– (1) दत्तात्रेय रामचंद्र बेन्द्रे (कन्नड़) एवं (2) गोपीनाथ महान्ती (ओड़िया)
1974 (10वाँ)– विष्णु सखा खांडेकर (मराठी)
1975 (11वाँ)– पी.वी. अकिलानंदम (तमिल)
1976 (12वाँ)– आशापूर्णा देवी (बांग्ला)
1977 (13वाँ)– के. शिवराम कारंत (कन्नड़)
1978 (14वाँ)– एच. एस. अज्ञेय (हिन्दी)
1979 (15वाँ)– बिरेन्द्र कुमार भट्टाचार्य (असमिया)

Read in English: Jnanpith Award Winners List (1965–2022)

1980 (16वाँ)– एस.के. पोट्टेकट  (मलयालम)
1981 (17वाँ)– अमृता प्रीतम (पंजाबी)

1982 (18वाँ)– महादेवी वर्मा (हिन्दी)
1983 (19वाँ)– मस्ती वेंकटेश अयंगर (कन्नड़)
1984 (20वाँ)– तक्षी शिवशंकरा पिल्लई (मलयालम)
1985 (21वाँ)– पन्नालाल पटेल (गुजराती)
1986 (22वाँ)– सच्चिदानंद राउतराय (ओड़िया)
1987 (23वाँ)– विष्णु वामन शिरवाडकर कुसुमाग्रज (मराठी)
1988 (24वाँ)– डॉ. सी नारायण रेड्डी (तेलुगु)
1989 (25वाँ)– कुर्तुल एन. हैदर (उर्दू)
1990 (26वाँ)– वी.के.गोकक (कन्नड़)
1991 (27वाँ)– सुभाष मुखोपाध्याय (बांग्ला)
1992 (28वाँ)– नरेश मेहता (हिन्दी)
1993 (29वाँ)– सीताकांत महापात्र (ओड़िया)
1994 (30वाँ)– यू.आर. अनंतमूर्ति (कन्नड़)
1995 (31वाँ)– एम.टी. वासुदेव नायर (मलयालम)
1996 (32वाँ)– महाश्वेता देवी (बांग्ला)
1997 (33वाँ)– अली सरदार जाफरी (उर्दू)
1998 (34वाँ)– गिरीश कर्नाड (कन्नड़)
1999 (35वाँ)– (1) निर्मल वर्मा (हिन्दी) एवं (2) गुरदयाल सिंह (पंजाबी)
2000 (36वाँ)– इंदिरा गोस्वामी (असमिया)
2001 (37वाँ)– राजेन्द्र केशवलाल शाह (गुजराती)
2002 (38वाँ)– दण्डपाणी जयकान्तन (तमिल)
2003 (39वाँ)– विंदा करंदीकर (मराठी)
2004 (40वाँ)– रहमान राही (कश्मीरी)
2005 (41वाँ)– कुँवर नारायण (हिन्दी)
2006 (42वाँ)– (1) रवीन्द्र केलकर (कोंकणी) एवं (2) सत्यव्रत शास्त्री (संस्कृत)
2007 (43वाँ)– ओ.एन.वी. कुरुप (मलयालम)
2008 (44वाँ)– अखलाक मुहम्मद खान शहरयार (उर्दू)
2009 (45वाँ)– अमरकान्त व श्रीलाल शुक्ल (हिन्दी)
2010 (46वाँ)– चन्द्रशेखर कम्बार (कन्नड)
2011 (47वाँ)– प्रतिभा राय (ओड़िया)
2012 (48वाँ)– रावुरी भारद्वाज (तेलुगू)
2013 (49वाँ)– केदारनाथ सिंह (दोनों हिन्दी)
2014 (50वाँ)– भालचन्द्र नेमाड़े (मराठी)
2015 (51वाँ)– रघुवीर चौधरी (गुजराती)
2016 (52वाँ)– शंख घोष (बांग्ला)
2017 (53वाँ)– कृष्णा सोबती (हिन्दी)
2018 (54वाँ)– अमिताव घोष (अंग्रेजी)
2019 (55वाँ)– अक्कितम अच्युतन नंबूथिरी (मलयालम)
2021 (56वाँ)– नीलमणि फूकन (असमिया)
2022 (57वाँ)– दामोदर मौउजो (कोंकणी)